
बीकानेर शहर में आज होडिंगस बने चर्चा का विषय, पढ़े पूरी खबर






खुलासा न्यूज बीकानेर। राजनीति का दूसरा नाम ही गुटबाजी है अगर किसी पार्टी में गुटबाजी ना हो तो नेताओं की राजनीति नहीं चलती है। गुटबाजी स्थानीय स्तर पर ज्यादा हावी होती है और कभी कभार यह सामने भी आ जाती है। ऐसी ही गुटबाजी शहर में देखने को मिली है जहां पर भाजपा के राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह अपने दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार दोपहर बीकानेर पहुंचने पर इससे पहले पार्टी के स्थानीय नेताओं ने अपनी छवि को दिखाने के लिए जगह जगह पोस्टर लगाये है। भाजपा पार्टी हमेशा एकजुट का नारा देनी वाली पार्टी कहे जाती है लेकिन पार्टी की गुटबाजी खुलकर सामने आ गई। राजस्थान प्रभारी के आने से पहले देर रात्रि लगे होर्डिंग से भाजपा में बड़ा विवाद खड़ा हो गया, भाजपा के एक स्थानीय नेता द्वारा शहर में लगाये गए होर्डिंगों में स्थानीय सांसद केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल व स्थानीय विधायक सिद्धि कुमारी का फोटो नही लगाये। इससे साफ जाहिर होता है भाजपा में कही ना कही गुटबाजी है जो शहर में दो धड़ों में बंटी हुई है। इन गुटबाजी से भाजपा कमजोर होती नजर आ रही है।इसको लेकर सांसद और विधायक के कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर अलसुबह से विरोध दर्ज करना शुरू कर दिया और अरुण सिंह से मिलकर भी शिकायत करने की बात सामने आई है।वहीं महापौर ने विधायक सिद्धि कुमारी को सांसद के बराबर का दर्जा देते हुए होडिंगस में दोनों की फोटो पास पास लगाकर यह दर्शना की कोशिश की है कि भाजपा में कही गुटबाजी नहीं है लेकिन वहीं उपमहापौर व पार्टी के जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह की फोटो होडिंगस से गायब नजर आई। इससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा में गुटबाजी जमकर भरी हुई है जो अब सब के सामने खुलकर आ गई है। महापौर व रांका के होडिंगसों में प्रदेश की राजनीति भी सामने आई जहां महापौर ने सतीश पुनिया व गुलाबचंद कटारिया को तव्वजा दिया गया तो वहीं महावीर के होडिंगस में वसुंधरा की फोटो लगाकर यह जता दिया वह स्वयं वसुंधरा गुट से है क्योकि इसमें प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया को जगह नहीं मिली।
स्वागत समारोह में उड़ी कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां
एक तरफ सरकारें कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सर्तकता बरती रही है तो वहीं राजनेता सरकार द्वारा कोरोना गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ा रहे है। शुक्रवार भाजपा के राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह के दो दिन बीकानेर दौरे के दौरान जगह- जगह स्वागत कार्यक्रम रखा गया जिसमें भाजपा के स्थानीय नेता व कार्यकर्ताओं ने कोरोना गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उडाई। स्थानीय नेताओं द्वारा स्वागत समारोह में भारी भीड़ एकत्रित की गई जिसमें लोग बिना मास्क व सोशल डिस्टिंग कही नजर नही आई।
प्रशासन बना मुकदर्शक
एक तरफ जहां प्रशासन कोरोना की गाइडलाइन को लेकर पूरी सर्तक नजर आता है लेकिन राजनेताओं के कार्यक्रमों में प्रशासन भी मुकदर्शक बन कर बैठा जाता है। शुक्रवार को राजस्थान प्रभारी के स्वागत समारोह में जमा भीड़ को रोकने के लिए कोई भी प्रशासन का अधिकारी मौजूद नही था।


