
चिमटे और सरिए से महिला को इतना मारा कि हो गई मौत






श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर के केसरीसिंहपुर थाना क्षेत्र के गांव अरायण में बेटे की चाह रखने वाली महिला का अंत हो गया। महिला तांत्रिक के पास गई थी। तांत्रिक ने शनिवार को चिमटे-सरिये से इतना मारा-पीटा कि उसकी जान निकल गई। महिला तांत्रिक ने दो दिन पहले विश्वास दिलाया था कि अब उसकी मन्नत पूरी हो गई है और उसे बेटा जरूर होगा। तांत्रिक की बातों में आकर महिला ने उसकी मांग के अनुसार चांदी की पायजेब आदि भी उसे दे दिए थे। शनिवार को जब महिला धोक लगाने गई तो उसे इतना पीटा की मौत हो गई। अब उसकी बहन ने महिला तांत्रिक के खिलाफ मामला दर्ज करवाने के लिए परिवाद दिया है।
ये है मामला
गांव अरायण में दो बहनों रूपा और मीरा का विवाह एक ही परिवार में हुआ है। इनमें रूपा बड़ी और मीरा छोटी है। रूपा का पति प्रकाश और मीरा का पति सोहनसिंह खेत में मजदूरी करते हैं। 35 वर्षीय रूपा के तीन बेटियां और मीरा के दो बेटे और एक बेटी है। ऐसे में रूपा को लंबे समय से बेटे की चाह थी। गांव में पिछले दिनों पास ही रहने वाली सरजीत कौर ने झाड़-फूंक करना शुरू किया था। उसका दावा था कि वह झाड़-फूंक के बल पर बेटा होने की इच्छा पूरी कर सकती है। रूपा उसके झांसे में आ गई और उसे मानने लगी। वह उसके यहां जाती और धोक लगाती।
गुरुवार को रूपा, उसका पति प्रकाश और बहन मीरा सरजीत कौर के घर धोक लगाने के लिए गए थे। वहां सरजीत कौर और उसका बेटा गोपाल झाड़-फूंक में जुटे थे। रूपा के धोक लगाने के दौरान ही सरजीत कौर, उसका बेटा गोपाल खुद में किसी आत्मा का प्रवेश होने का दावा करने लगे तथा अजीब हरकतें करने लगे। रूपा की बहन मीरा का आरोप है कि सरजीत कौर टोटका जानती है। इसका असर उसकी बहन रूपा पर भी हुआ और वह भी अजीब हरकतें करने लगी। इस दौरान सरजीत कौर ने रूपा को दो सेब देकर कहा कि अब उसकी मन्नत पूरी हो गई है तथा उसे बेटा होगा। सरजीत कौर ने रूपा से मन्नत पूरी होने के कारण उसके यहां ढाई तोले की चांदी की पायजेब चढ़ाने की बात कही। इस पर रूपा लौट आई तथा दूसरे दिन शुक्रवार को फिर सरजीत कौर के यहां पहुंची। इस बार उसके साथ रूपा और मीरा की दादी पंजाब कौर, रूपा की बेटी सुनीता भी थीं। पूरा दिन सरजीत कौर खुद में आत्मा आने का दावा करती रही। इस दौरान सरजीत कौर, उसके बेटे गोपाल और एक अन्य सेवादार रामलखन ने रूपा और मीरा को चिमटे और सरिए से पीटा। रात को सरजीत कौर के यहां ही मीरा, रूपा और मीरा की बेटी सुनीता ने स्नान कर नए कपड़े पहने। सरजीत कौर ने तीनों के पुराने कपड़े श्मशान घाट में फेंकने का दावा करते हुए अपने पास रख लिए। इसके बाद देर रात करीब 11 बजे दोनों बहनें और परिवार के लोग घर लौट आए।
सुबह फिर पहुंचे तांत्रिक के यहां
पूरी रात ठीक रहने के बाद शनिवार सुबह करीब चार बजे रूपा फिर से अजीब हरकतें करने लगी। इसकी सूचना जब सरजीत कौर को दी तो उसने रूपा को अपने यहां लाने को कहा। परिवार के लोग सुबह उसे लेकर सरजीत कौर के यहां गए तो सरजीत कौर ने फिर से आत्मा आने का दावा करते हुए चिमटे और सरिए से पीटा। इस बार पिटाई इतनी ज्यादा हुई कि रूपा की मौत हो गई। अब रूपा की बहन ने सरजीत कौर, उसके बेटे गोपाल और सेवादार रामलखन पर चिमटे और सरिए से पीटकर बहन को मारने का आरोप लगाया है।
मौत के बाद किया जिंदा कर देने का दावा
आरोप है कि सरजीत कौर ने रूपा की मौत के बाद उसे जिंदा करने का दावा भी किया। इसके लिए वह देर तक उसके मुंह से मुंह सटाकर जिंदा करने का दावा करती रही। सुबह ग्यारह बजे के आसपास रूपा की खराब हालत देख उसकी बहन मीरा ने अपने पति को बुलाया। मीरा का पति जब तक मौके पर पहुंचा तो रूपा की मौत हो चुकी थी। बाद में आसपास के लोगों ने मृत रूपा को सरजीत कौर के चंगुल से छुड़ाया और शव उसके घर लाए।
अभी शुरू ही की थी तंत्र विद्या
ग्रामीणों ने बताया कि सरजीत कौर ने अभी तंत्र विद्या का काम शुरू ही किया था। रूपा उसके पास पहुंचने वाली पहली महिला थी। उसने उसे बातों में उलझाकर अपने जाल में फंसा लिया। पीडि़त महिला भी मन्नत पूरी होने की इच्छा से लगातार उसके पास जाती रही। सीआई गोपालसिंह नाथावत ने बताया कि युवती की मौत झाड़-फूंक के दौरान मारपीट से हुई है। उसके शरीर पर चोट के निशान भी हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।


