
माता-पिता ट्रक में भर रहे थे ईंटें, डेढ़ साल का बेटा व तीन साल की बेटी भट्ठे में गिरी







श्रीगंगानगर। ईंटें निकालते समय भट्ठे के अंदर गिरने से डेढ़ साल के बेटे और तीन साल की बेटी की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा मांझूवास के बस स्टैंड स्थित शिवम ईंट उद्योग पर हुआ। मृतक बच्चों के माता-पिता ने किसी तरह की पुलिस कार्रवाई से इनकार कर दिया था। इसलिए घमूड़वाली पुलिस को सूचना नहीं दी गई। भट्ठे के संचालक विजय कुमार ने बताया कि सोमवार शाम को करीब साढ़े तीन बजे यूपी के परियापत निवासी हरेंद्रकुमार उर्फ छोटूलाल अपनी पत्नी बबली के साथ भट्ठे से ट्रक में ईंटे भरवा रहे थे। उसी दौरान इनका डेढ़ साल का बेटा शिवकुमार और तीन साल की बेटी अनुष्का हाथ पकड़े-पकड़े पककर तैयार हुई चिमनी के निकट घेरे की ईंटों के ऊपर चल रहे थे। शिवकुमार सिकी इंटों के बीच खाली जगह में गिर गया। उसके साथ ही हाथ पकड़े चल रही उसकी बहन अनुष्का भी गिर गई। उनको गिरते को दूर खड़े मुनीम ने देखा और तुरंत जेसीबी बुलाकर दीवार गिराई गई। दोनों बच्चों को बाहर निकाला, तब तक उनकी दम घुटने से मौत हो गई थी। बच्चों के माता-पिता ने पुलिस कार्रवाई से इनकार कर दिया। भट्ठा संचालक की ओर से सरपंच राकेश गोरा को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया। सरपंच ने अपने भाई रणजीत गोरा को घटनास्थल पर भेजा। सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद सामने आया कि यह एक हादसा था। इसमें भट्ठा संचालकों की कोई गलती नहीं थी।


