
हैलो………दो पूडी चाहिए है ठीक है पैसे फोन पे कर दो सुन चौक में आजा, या नत्थुसर गेट के बाहर आजा गाड़ी खड़ी है







युवा नशे की जद में….
ऑनलाइन पेमेंट होते ही मिलता है नशा………
शिव भादाणी
बीकानेर। यह बात शहर में आम हो गई है अब पहले कुछ चुनी हुई जगहों पर ही नशा मिलता था अब शहर ऐसी कोई गली या मौहल्ला नहीं हो जहां नशे का कारोबार नहीं होता हो। आज के युवक को हर कीमत पर नशा चाहिए। इसी के चलते युवा वर्ग नशे में पूरी तरह से लिप्त हो गया है। 13 साल से लेकर 25 वर्ष तक युवा इस नशे को अपना शौक बना लिया है। शाम ढलते ही नशा करने वाले अपने अपने स्थानों पर पहुंच जाते है जहां से उनको आराम से नशा मिलता है। शहर के बाहर हाईवे पर बनी दुकानों के आस पास देर रात को युवा नशे के लिए घुमता रहता है मौके देखते ही पूडी ली रवाना। अब तो काम ओर आसान हो गया बस सिर्फ नशे की पूडी ही लेनी है पैसे तो फोन पे या गुगल पर कर देते है जिससे समय भी कम लगता है एक सैकण्ड में तस्कर से नशा का सामान लिया और रवाना। पुलिस की लाख कोशिश के बाद भी नशे रोकने में पुलिस विफल है पुलिस ने अपने मुखबिर तक लगा दिये लेकिन पुलिस के अंदर से ही छापे की कार्यवाही बात लिक हो जाती है जिससे तस्कर मौके से भाग जाते है। पुलिस ने कई बार दबिश दी लेकिन कुछ नहीं मिला। जबकि लाखों रुपये का नशा शहर में एक दिन में बिकता है। फिर भी पुलिस के हत्थे मुख्य तस्कर नहीं चढ रहा है। अब तो नशा करने वाला फोन पर ही कहता है हैलो पूडी चाहिए सामने वाला कहता है मिल जायेगी पहले रुपये फोन पे कर दो पूडी शाम को मिल जायेगी।
शहर के मुक्ताप्रसाद, भुट्टो का बास, नत्थुसर बास, मुरलीधर व्यास नगर, करमीसर फांटा, नत्थुसर गेट के बाहर, हरलोई हनुमान मंदिर के पास, गोपेश्वर बस्ती, कादरी कॉलोनी, सुजानदेसर, घड़सीसर रोड, शिववैली,शहर के अंदर कुछ ऐसे इलाके है जहां शाम होते ही नशेडियों का जमावड़ा लग जाता है। मजे की बात है पहले डोडा लेने का चलन था लेकिन तस्करों ने युवाओं को बॉलीवुड का नशा चखा दिया, जिसमें एमडी, चरस, हिरोइन आदि जिसकी किमती लाखों रुपये लेकिन नशा करने वाला शाम होते ही एमडी और उनको आसानी से भरी के हिसाब से चार हजार रुपये का एक समय का मिल जाता है जो गुटखों में डालकर खाया जाता है।
अपराध बढऩे का कारण नशा है
शहर में अगर देखा जाये तो जो अपराध हुए है उसमें पकड़े गये ज्यादात्तर नाबालिग व 25 वर्ष के युवा थे जो नशे के लिए अपराध की गिरफ्त में जा रहे है। एमडी नशा खतरनाक है जिसको एक दो बार ले लिया तो आपकी आदत बन जायेगी लेना ही पड़ेगा ।
देर रात शहर में घुमते है लडक़े
शहर में मानों तो बड़ा बाजार, मोहता चौक, बाहरगुवाड़ चौक, नत्थुसर गेट, भट्टडों का चौक, सुथारों की बड़ी गुवाड़ा आदि इलाके ऐसे ही जहां लडक़ों की सुबह 12 बजे से शुरु होकर 4 बजे तक रहती है पूरी रात घुमते है जिसमें कई ऐसे है जो रात को नशा करते है इनमें वो भी शामिल है जो जुआ खेलने वालों को मोटे ब्याज पर रुपये उधार देते है। इतना कुछ होने के बाद भी शहरवासी चेत नहीं रहे है।


