
राजस्थान में भारी बारिश, 20 टायर डालकर जलाया शव, भीग रही थी डेडबॉडी





राजसमंद जिले के रूपाखेड़ा गांव में मंगलवार को बुजुर्ग सगराम रैबारी की मौत हो गई। परिजन और ग्रामीण अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट पहुंचे। इस दौरान रिमझिम बारिश का दौर जारी था। श्मशान में टिनशेड नहीं थी। ऐसे में शव को खुले में रखना पड़ा। बारिश के कारण लकड़ियां भी गीली हो गईं। ऐसे में परिजनों ने मजबूरी में टायरों, घी व शक्कर से अंतिम संस्कार की रस्म को पूरा किया।
अंतिम संस्कार के लिए रखी लकड़ियां गीली हो चुकी थीं। उनसे धुआं उठ रहा था। किसी के पास छतरी थी तो कोई लाचारी में भीगता रहा। टायरों से बुजुर्ग का दाह संस्कार किया तो कई ग्रामीण ग्राम पंचायत पर भड़क भी उठे। कहा- यह दिन भी देखना था, सोचा नहीं था किसी अपने को टायरों से जलाना पड़ेगा।
गांव के पूर्व पंचायत समिति सदस्य कालूराम जाट ने कहा कि ग्रामीणों ने श्मशान भूमि में टिनशेड लगाने के लिए पंचायत प्रशासन को कई बार कहा। लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। मंगलवार को बारिश में अंतिम संस्कार करना पडा। इसमें 10 किलो घी, शक्कर व 20 पुराने टायर काम में लिए गए। इसके बावजूद 4 घंटे में दाह-संस्कार पूरा हुआ।
इस मामले की जानकारी जब उपखण्ड अधिकारी डॉ दिनेश राय सापेला का मिली तो उन्होंने कहा कि रूपाखेड़ा में श्मशान में टिनशेड का अभाव है। मैं जल्द ही जिला कलेक्टर से रिक्वेस्ट करके नरेगा में स्वीकृत करवाने का पूरा प्रयास करवाता हूं। स्वीकृति आने पर कार्य की पहली प्राथमिकता रूपाखेड़ा में रहेगी ।

