
दिल के डॉक्टर नाहटा ने लाइव कांफ्रेस में किया योग क्रियाओं का प्रदर्शन, हृदय रोग निवारण में बताई योग की भूमिका






खुलासा न्यूज़, बीकानेर। शहर के जाने-माने कार्डियोलोजिस्ट प्रोफेसर पिंटू नाहटा ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर वर्चुअल काफ्रेंस में भागीदारी करते हुए न सिर्फ योग और प्राणायाम से हृदय रोगियों को होने वाले फायदे बताये बल्कि खुद ने भी हृदय रोग निवारण के लिए कारगर योग व प्राणायाम का प्रदर्शन किया। इस लाइव कार्यक्रम को देश-दुनिया के अनेक विशेषज्ञों ने देखा और सराहा। बीकानेर के पीबीएम अस्पताल के कार्डियोलोजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.नाहटा ने कहा कि योग से हृदय रोग की संभावनाएं काफी कम हो जाती है। अगर हृदयरोगी भी प्रशिक्षक के सानिध्य में योग करें तो उन्हें काफी आराम मिलता है। बशर्ते कि वे इसे अपनी दिनचर्या में शामिल कर लें। जैसे दवा लेते हैं, उसी तरह योग व प्राणायाम करें तो काफी फायदा मिल सकता है।
डॉ.नाहटा ने बताया कि हृदय संबंधी बीमारी उच्च रक्तचाप व मधुमेह से जुड़ी हुई है। इन दोनों का संयोग हृदय संबंधी बीमारी गंभीर होने लगती है। इन तीनों बीमारियों में शारीरिक दोष शरीर के मेटाबाल्जियम का बिगडऩा होता है। जिस कारण उच्च रक्तचाप, डायबिटिज, हृदय में ब्लॉकेज के उपरांत हार्ट अटैक जैसी स्थिति बनती है। इसके उपरांत एंजियोग्राफी, स्टेटिग बायपास सर्जरी की नौबत आ जाती है। डॉ.नाहटा ने बताया कि इस स्थिति से निपटने के लिए योग व प्राणायाम पूर्णत : कारगर है। यदि कोई व्यक्ति नियमित रूप से इन क्रियाओं को करता है तो वह इन तीनों भयावह बीमारियोंं से काफी हद तक निजात पा सकता है। योग से अपने आतंरिक अंगों को एक्टिव करके शरीर का मेटाबाल्जियम को दुरुस्त किया जा सकता है। जिसके फलस्वरूप शरीर में शुगर, कोलेस्ट्रॉल एवं मस्तिष्क द्वारा प्रवाहित होने वाले खराब हारमोन्स को डिजॉल करने में सहायक होता है।


