सदर थाने के हेड कांस्टेबल ने खाकी को किया दागदार

सदर थाने के हेड कांस्टेबल ने खाकी को किया दागदार

नीमकाथाना । सीकर के नीमकाथाना में एक पुलिस के कांस्टेबल ने खाकी को दागदार करने वाला काम किया है. कांस्टेबल महज दस हाजर रुपये में अपने इमान को बेच रहा था. इन दिनों प्रदेश की एसीबी टीम एक्शन मोड में है. आए दिन ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए घूसखोरों पर शिकंजा कस रही है. इसी क्रम में रविवार को सीकर जिले के नीम का थाना में भी ्रष्टक्च ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक एक हेड कांस्टेबल को गिरफ्तार किया है. हेड कांस्टेबल किसी मुकदमे में नाम हटाने की एवज में घूस ले रहा था. खबर लिखे जाने तक एसीबी की कार्रवई जारी है.
मुकदमें में नाम हटाने की एवज में मांगी थी घूस
सदर थाने में सीकर एसीबी टीम ने हैड कांस्टेबल को 9 हजार रुपए के साथ रंगेहाथ पकडऩे का मामला सामने आया है. हैड कांस्टेबल पूरणमल ने मुकदमें में नाम काटने की एवज में दस हजार रुपए की मांग की गई थी. जिसपर पीडि़त ने 9 हजार रुपए में मामला तय किया था. एसीबी डिप्टी एसपी जाकिर अख्तर ने जानकारी देते हुए बताया कि सदर थाने में तैनात हेड कांस्टेबल पूरणमल ने मुकदमा नंबर 234 में दो आरोपियों के नाम काटने की एवज में दस हजार रुपए रिश्वत मांगी थी.
आपसी रंजिश में हुई मारपीट के मुकदमें में नाम हटाने की एवज में मांगी थी रिश्वत:
घूस मांगने के बाद परिवादी परिवादी कृपाल आश्रम गांवड़ी रोड निवासी पूरणमल ने इसकी एसीबी में शिकायत की थी. शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने मामले को पहले प्रमाणीत किया. मामला सही पाए जाने के बाद कार्रवाई कर दी. एसीबी ने 9 हजार रुपए के साथ आरोपी हैड कांस्टेबल पूरणमल को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है. पीडि़त ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत 24 मई को आपसी रंजिश को लेकर मारपीट हुई थी. पुलिस ने प्रदीप सैनी ने मामला दर्ज करवाया दिया. लेकिन पुलिस ने हमारा मामला दर्ज नही किया. जिसपर हैड कांस्टेबल ने हमारे नाम काटने की एवज में दस हजार रुपए की रिश्वत में सौदा तय हुआ था. सीकर एसीबी ने ट्रैप करते हुए कार्रवाई को अंजाम दिया.
पत्थर की आलमारी में छिपाई घूस की रकम
आरोपी पूरणमल ने एसीबी को देखकर घूस में ली हुई रकम को कमरे में बनी एक पत्थर की अलमारी में छिपा दिया था. एसीबी ने पत्थर की अलमारी से घूस में ली हुई रकम के ₹9000 बरामद कर लिए हैं वहीं पर एसीबी ने पूरणमल के अधीन जांच की कुछ फाइलों को भी जप्त किया है. एसीबी भी यह पता लगाने में जुटी है कि पूरणमल कब से यह घूसखोरी का काम कर रहा है ऐसे में एसीबी का मानना है कि आरोपी पूरणमल से पूछताछ करने के बाद ही अन्य घूस के मामलों का खुलासा होने की संभावना है.

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