
क्या आपने भी फार्म हॉउस के नाम ख़रीदा है प्लाट तो ये खबर है आपके लिए आवश्यक







क्या आपने भी फार्म हॉउस के नाम ख़रीदा है प्लाट तो ये खबर है आपके लिए आवश्यक
बीकानेर। हो सकता है आपने भी बड़े-बड़े विज्ञापन देख फार्म हॉउस के नाम पर प्लॉट ख़रीदे है। अगर ख़रीदे है तो ये खबर आपके लिए आवश्यक है। क्योंकि बीकानेर सहित आसपास के क्षेत्र में इस तरह का काम धड़ल्ले से चल रहा है। इसको लेकर प्रशासन भी कार्यवाही करने की बजाय मौन ही नजर आ रहा है। इसी का फायदा उठाकर कुछ डवलपर धड़ल्ले से प्लाट को फार्म हॉउस या फिर रिसॉर्ट्स बताकर बेच रहे है। जबकि कुछ ऐसे है जिनका रेरा में रजिट्रेशन ही नहीं हो रखा है। ऐसे में लोग इन डेवलपर्स की बातों में आकर ये प्लाट खरीद रहे है। इन लोगों को रिसॉर्ट्स और फॉर्म हॉउस का सपना दिखाया जा रहा है। जबकि हकीकत तो ये ही है की एक छोटे से प्लाट में रिसॉर्ट्स और फॉर्म हॉउस कैसे बन सकते है। इस मामले को लेकर जब खुलासा ने बीडीए के कुछ अधिकारियों से बातचीत की तो पता चला की ये नियमनुसार ये बीडीए के दायरे में नहीं है। ऐसे में जिन लोगों ने इस तरह के प्लाट को खरीद लिया है तो उन्हें एक बार डेवलपर्स से पूछना चाहिए की क्या इसका रेरा में रजिट्रेशन है या नहीं है। अगर नहीं है तो इनकी शिकायत करनी चाहिए। ताकि और लोग इसमें न फंसे। हालंकि इसको लेकर खुलासा पहले भी खबर चलाकर आमजन को सतर्क कर चूका है।
छोटे से प्लॉट को रिजॉर्ट बताकर बेच रहे
जानकारों की माने तो महज एक छोटे से प्लॉट में रिजॉर्ट्स कैसे बन सकते हैं। कॉलोनाइजर एक छोटे से प्लॉट को रिजॉर्ट बनाकर बेच रहे हैं। एक छोटे से प्लॉट में बिना कोई सुविधा के आखिरकार रिजॉर्ट्स कैसे बन सकते हैं। हालात ये है की एक रिसोर्ट बनने वाली जगहों पर 40 से 50 प्लॉट को रिसोर्ट बनाकर बेचा जा रहा है। इतना ही नहीं इसके लिए विज्ञापन किए जा रहे है। इस तरह के विज्ञापनों के रोकथाम को लेकर किसी भी तरह की कोई कार्यवाही करने वाला ही नहीं है।

