
क्या बीकानेर में सट्टे का कारोबार बंद हो गया, पुलिस की एक भी कार्यवाही नहीं अब तक शहर के इन थाना क्षेत्रों से हो चुका है करोड़ों का सट्टा






शिव भादाणी की स्पेशल रिपोर्ट
बीकानेर। आईपीएल के मैचों को लेकर पूरा देश शाम होते ही टीवी के आगे बैठ जाते है कुछ शौक से देखते है लेकिन कुछ का यह बड़ा व्यवसाय है व्यावसाय भी कैसा धन लगाकर ही धम कमाना मतलब साफ सट्टा करना। शहर के मानी तो अब तो करोड़ों रुपये का सट्टा हो चुका है। शहर के कई ऐसे थाना इलाके है जहां अब कम से कम तीन करोड़ रुपये का सट्टे का कारोबार हो चुका है जो बड़े बुकी है उनके तो प्रत्येक रोज 2 से ढाई करोड़ की लेन-देन करते है।
शहर के नयाशहर थाना क्षेत्र के मूधड़ों का चौक, दम्माणी चौक, नत्थुसर गेट, लखोटियों का चौक, डागों का मौहल्ला सहित कई ऐसे इलाके है जहां शहर के नामी बुकी रहते है जो प्रत्येक दिन करोड़ों रुपये का सौदा लिखते है। इन इलाकों से अब तक सूत्रों के अनुसार करीब 5 करोड़ रुपये से ऊपर का सौदा हो चुका है। ऐसे ही कोतवाली थाना इलाके के सुनारों की गुवाड़्र, जेलवेल, बड़ा बाजार, मोहता चौक, रांगडी चौक आदि जगहों से अब तक 4.40 करोड़ का सट्टा हो चुका है। सबसे बड़ा सट्टटे का अड्डा गंगाशहर है जिसमें करीब अब तक 17.60 करोड़ रुपये का सौदा हो चुका है। वहीं व्यास कॉलोनी थाना इलाके में करीब 4 करोड़ हो चुका है। नाम न छापने की शर्त पर एक बुकी ने बताया कि बीकानेर सटोरियों के तारे बाहर के राज्यों से जुडे हुए है। जहां से अच्छे भाव लेकर आगे दूसरे भाव देकर पेंटरों से रुपये ऐंठते है। रही बात पुलिस की तो हमारी सेटिंग पुलिस से है जिससे की हमारे यह छापा पडऩे से पहले ही थाने में तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा सटोरियों को सूचना दे दी जाती है जिससे की थानाधिकारी व अन्य अधिकारी इन सट्टेबाजों बाजों पर कार्यवाही नहीं हो पाती है।
युवा वर्ग जल्दी अमीर बनने की चक्कर में सट्टे में हो जाते है लिप्त
आज का युवा वर्ग रातों रात करोड़पति बनने की सोचता है इसलिए उसको जल्दी पैसे कमाने के चक्कर में क्रिकेट के सट्टे के कारोबार में उतर जाते है जहां से और ज्यादा बर्बादा होकर निकलते है। पुलिस की लाख कोशिश भी सट्टेबाजों पर हाथ नहीं डाल सकती है।


