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खींवसर उपचुनाव में पत्नी की हार पर हनुमान बेनीवाल का छलका दर्द, कांग्रेस पर लगाए ये बड़े आरोप

खींवसर उपचुनाव में पत्नी की हार पर हनुमान बेनीवाल का छलका दर्द, कांग्रेस पर लगाए ये बड़े आरोप

खुलासा न्यूज़। नागौर जिले की खींवसर विधानसभा बनने के बाद लगातार 16 साल से जीत दर्ज कर रहे आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल इस बार भाजपा के चक्रव्यूह में फंस गए। भाजपा ने यहां 13,901 वोट से जीत दर्ज कर आरएलपी का गढ़ कहे जाने वाले खींवसर को फतेह कर लिया। चार विधानसभा चुनाव एवं दो लोकसभा चुनाव जीतने के बाद मिली हार को लेकर हनुमान बेनीवाल ने कहा कि वे जनता के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।

Q. हार के क्या कारण रहे?
आरएलपी को हराने के लिए सारे विरोधी एक हो गए। भाजपा-कांग्रेस ने मिलकर हमारे खिलाफ चुनाव लड़ा। भाजपा ने धन-बल व सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया। जातीय जहर घोला। हम हार के भी जीते हैं। हमारा वोट बैंक बढ़ा है, आरएलपी को पहली बार इतने वोट मिले।

Q. कांग्रेस को छह हजार से भी कम वोट मिले हैं, क्या कारण मानते हैं?
खींवसर में हमेशा त्रिकोणीय या चतुष्कोणीय मुकाबला रहता है, लेकिन इस बार कांग्रेस ने अपने वोट भाजपा को दिलवाए। कांग्रेस खुद ही भाजपा के साथ हो गई। कांग्रेस नेता भाजपा के लिए वोट मांग रहे थे।

Q. अपनी हार पर क्या कहेंगे?
लोकतंत्र में जनता का जनादेश सर्वोपरि है, चुनाव में हार-जीत दो पहलू हैं। वर्ष 2008 से खींवसर विधानसभा की जनता का आशीर्वाद लगातार मुझे और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को मिलता रहा है।

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