
हाल ए पीबीएम:यहां तो ऑक्सीजन की यही व्यवस्था है….! अनेक मरीजों की मौत का कारण ऑक्सीजन की कमी,देखे विडियो






खुलासा न्यूज,बीकानेर। प्रदेश के मुखिया व चिकित्सा मंत्री कोरोना से जंग जीतने के जतन के साथ बचाव के साधन बता रहे है और कोरोना एडवाजरी की अनुपालना की बात कहकर प्रदेशवासियों को प्रेरित कर रहे है। यहीं नहीं इनका यह भी दावा है कि प्रदेश की अस्पतालों में कोरोना से जंग जीतने के लिये संसाधनों की कही भी कमी नहीं है। प्रदेश के मुखिया और चिकित्सा महकमे के मंत्री के दावे पीबीएम अस्पताल में कितने सार्थक है। इसका जीता जागता उदाहरण पिछले कई दिनों से देखने को मिल रहे है। यहां भर्ती किस तरह रामभरोसे अपनी जान बचा रहा है। इतना ही नहीं करोड़ों रूपये खर्च कर तैयार की गई सुपर स्पेशलिटी सेन्टर में भी क्या हालात है। इस पीड़ा को भोगने वाले एक मरीज के परिजन ने खुलासा को अपनी आप बीती सुनाई। मुक्ता प्रसाद निवासी सुधीर सैन ने बताया कि पीबीएम में ऑक्सीजन की कमी के चलते मरीजों की मौत हो रही है। सैन ने दावा किया है कि उनके पास इसके पर्याप्त सबूत भी है। सैन ने बताया कि पीबीएम में न केवल ऑक्सीजन की कमी है,बल्कि यहां एसी व अन्य उपकरण भी खराब पड़े है। जिनकी यहां के कार्मिक अपने आलाधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी समय पर ठीक नहीं हो पा रहे है। हालात ये है कि संसाधनों के अभाव में मरीज अकाल मौत के शिकार हो रहे है। सुधीर ने बताया कि उनके पिता की मृत्यु भी पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण ही हुई है। सुधीर ने जब ऑक्सीजन प्लांट में जाकर कार्मिकों से बात की तो उन्होंने बताया कि लंबे समय से ऑक्सीजन की यही व्यवस्था है। जिसमें सुधार नहीं हो रहा है। इसकी शिकायत का पत्र भी कार्मिकों सुधीर को दिखाया।
https://youtu.be/0-JEmGot9Tw
समय पर नहीं आता चिकित्सकीय स्टाफ
सुधीर ने बताया कि भर्ती मरीजों के ऑक्सीजन लेवल कम होने पर चिकित्सकीय स्टाफ को बुलाएं जाने पर कभी भी चिकित्सकी स्टाफ समय पर नहीं आता। गंभीर हालात तो रात को होते है। जब आईसीयू को कोई भी नहीं रहता। ऐसे में मरीज की गंभीर हालात होने पर उसको समयावधि में इलाज नहीं मिल पाता।
https://youtu.be/zYA1VAiKIhY
सोया विपक्ष,उदासीन सतापक्ष
मजे की बात तो यह है कि सता पक्ष की कमियों को उजागर करने के लिये विपक्षी पार्टियां हमेशा तत्पर रहनी चाहिए। किन्तु बीकानेर में हालात यह है कि यहां विपक्ष सोया हुआ नजर आ रहा है। सोमवार को जरूर विपक्ष के दो विधायकों ने जिला कलक्टर,पीबीएम प्रशासन व चिकित्सा मंत्री तक अपने पत्र पहुंचाएं। किन्तु यह महज दिखावा सा लगा। मंजर तो यह है कि कांग्रेस सरकार के मंत्री व यहां के पदाधिकारी भी उदासीन है। स्थिति तो तब विकट हो जाती है जब कांग्रेस के प्रदेश पदाधिकारी,जिलाध्यक्ष सहित अनेक पदाधिकारी अपनी ही सरकार के खिलाफ सुनवाई न होने की लाचारी को धरना प्रदर्शनों कर जाहिर कर चुके है।


