
दीपावली से पहले खरीदारी के कई श्रेष्ठ मुहूर्त, जाने कब है गुरु पुष्य नक्षत्र
















दीपावली से पहले खरीदारी के कई श्रेष्ठ मुहूर्त, जाने कब है गुरु पुष्य नक्षत्र
बीकानेर। ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्र है। इनमें पुष्य नक्षत्र को सिद्ध कहा जाता है। इसके देवता देवगुरु बृहस्पति है। पुष्य नक्षत्र हर कार्य के लिए शुभ नक्षत्र है परंतु विवाह कार्य के लिए वर्जित माना गया है। इसमें कोई मंत्र या यंत्र सिद्ध करना हो, देवी-देवता को प्रसन्न करना हो, तो तत्काल सिद्ध होते है। पुष्य नक्षत्र में गुरुवार आए तो यह अति सिद्धिदायी माना जाता है। इसे गुरु पुष्यामृत योग भी कहते है। इसमें सोना, चांदी खरीदने से संपत्ति में बढ़ोतरी होती है। इस बार दीपावली से पहले 24 अक्टूबर को गुरु पुष्य अमृत योग बन रहा है।
इस दिन सर्वाथ सिद्धि योग एवं अमृत सिद्धि योग भी है। इस कारण स्वर्ण निर्मित आभूषण, चांदी, वाहन, इलेक्ट्रोनिक सामान खरीदना श्रेष्ठ रहेगा। अगले दिन 25 अक्टूबर को सुबह 7.40 बजे तक यह रहेगा। गुरु पुष्य अमृत योग के साथ कई और श्रेष्ठ मुहूर्त भी दीपावली से पहले बन रहे है, जो खरीदारी के लिए श्रेष्ठ है। इनमें 20 अक्टूबर को कर्क चतुर्थी का मुहूर्त श्रेष्ठ है। इसी प्रकार 21 अक्टूबर को सर्वाथ सिद्धि योग एवं अमृत सिद्धि योग भी है। वहीं 29 अक्टूबर को पूरा दिन खरीदारी के लिए श्रेष्ठ है। 30 अक्टूबर को सूर्योदय से दोपहर 1.15 बजे तक खरीदारी के लिए श्रेष्ठ है। इस दिन का नाम आनन्द और हस्त नक्षत्र है।


