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कथा के प्रथम दिवस सैंकड़ों लोगों द्वारा  भव्य कलश यात्रा निकाली गई

शिव महापुराण सभी मनोवांछित फल प्राण करता ह
खुलासा न्यूज़। बीकानेर,28 जुलाई। शिव महापुराण का श्रवण सभी मनोवांछित फल प्रदान करने वाला है इसलिए शिव के विशाल स्वरूप को समझना चाहिए। गांधी नगर, लालगढ मे शुक्रवार  से संगीतमय शिव महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ भव्य शुभारंभ हुआ।कथावाचक पंडित जय गोपाल शास्त्री ने ये प्रवचन दिए। कथा के प्रथम दिवस सैंकड़ों लोगों द्वारा  भव्य कलश यात्रा निकाली गई।और  पंडित  जय गोपाल शास्त्री के श्री मुखारविंद से शिव महापुराण के प्रथम संहिता का रसामृत पान करवाया गया।शास्त्री ने कहा  कि शिव महापुराण एक परम उत्तम शास्त्र है। इस पृथ्वी लोक में सभी मनुष्यों को भगवान शिव के विशाल स्वरूप को समझना चाहिए।इसे पढ़ना एवं सुनना सर्वसाधन है। यह मनोवांछित फलों को देने वाला है। इससे मनुष्य निष्पाप हो जाता है तथा इस लोग में सभी सुखों का उपभोग करके अंत में शिवलोक को प्राप्त करता है।
उन्होंने कहा कि शिव महापुराण में 11 खंड हैं। विद्देश्वर, रुद्र, शतरुद्री, कोटिरुद्री, उमा, कैलाश और वायु नामक सात सहिताएं भी शिव महापुराण में वर्णित है। शिव महापुराण में कुल 24 हज़ार श्लोक हैं जो स्वयं भगवान शंकर द्वारा आख्यायित है।
शिवपुराण परब्रह्म परमात्मा के समान गति प्रदान करने वाला है। मनुष्य को पूरी भक्ति एवं संयम पूर्वक इसे सुनना चाहिए।
कथा ज्ञान यज्ञ में गांधी नगर, करणी नगर एवं कैलाशपुरी के वासियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।आयोजन समिति के  भंवर सिंह राठौड़ ने बताया कि कथा की पूर्णाहुति 04 अगस्त को होगी।
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