
सरकार अब निजी स्कूलों पर कसेगा शिकंजा, शिक्षकों व बच्चों की ऑनलाइन होगी उपस्थिति





सरकार अब निजी स्कूलों पर कसेगा शिकंजा, शिक्षकों व बच्चों की ऑनलाइन होगी उपस्थिति
बीकानेर/जयपुर। शिक्षा विभाग ने डमी विद्यार्थियों और डमी निजी स्कूलों पर शिकंजा कसने की तैयारी प्रारंभ कर दी है। केंद्र सरकार की योजना के तहत इन स्कूलों में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों और इनको पढ़ाने वाले शिक्षकों की उपस्थिति ऑनलाइन ली जाएगी। इसके लिए वर्तमान में शाला दर्पण पर चल रहे प्राइवेट स्कूल पोर्टल पर अलग से मॉड्यूल तैयार किया जाएगा। इस पर निजी स्कूलों के 91 लाख विद्यार्थियों और 4.37 लाख शिक्षकों की दैनिक उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज कराई जाएगी। वर्तमान में केवल सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों और शिक्षकों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज की जा रही है। निजी स्कूलों के लिए शुरू की जा रही इस कवायद को डमी विद्यार्थियों और डमी स्कूलों की रोकथाम के रूप में भी देखा जा रहा है।
शिक्षा विभाग के पास दैनिक उपस्थिति जाएगी तो स्कूलों के सामने विद्यार्थियों को डमी रखना आसान नहीं होगा। वर्तमान में बहुत से ऐसे विद्यार्थी हैं, जिनका नामांकन तो स्कूल में होता है, लेकिन वे स्कूल नहीं जाकर कोचिंग जाते हैं। दूसरा कई स्कूल ऐसे हैं जिनको मान्यता पांचवीं या आठवीं कक्षा तक है, लेकिन दूसरे स्कूलों से मिलीभगत करके 10वीं व 12वीं कक्षा तक स्कूल चलाते हैं। उधर, स्कूल शिक्षा परिवार के अध्यक्ष अनिल शर्मा का कहना है कि हम सरकार से मांग करते हैं कि इसको जल्दी लागू किया जाए, ताकि डमी विद्यार्थी और डमी स्कूल बंद हो सके।


