
झूठा निकला सरकारी आदेश वाला पोस्टर, सीएम ने भ्रम फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी






जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजस्थान सरकार के नाम से एक पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें मस्जिद या मदरसे के स्टाफ से बदसलूकी करने, नुकसान पहुंचाने या काम में रुकावट डालने पर तीन साल की कैद की सजा होने की बात लिखी है। साथ ही इस कृत्य को गैर जमानती अपराध बताया है। वायरल पोस्टर की भास्कर ने पड़ताल की तो सच सामने आया। यह पोस्टर फेक है।
मुख्यमंत्री के ने भी पोस्टर को फर्जी बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि राजस्थान के लिए ऐसे झूठे और भ्रम फैलाने वाली बातें करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी से निवेदन किया है कि इस तरह की गलत पब्लिसिटी में शामिल होने से बचें। यह आगे और न फैले इसमें भी मदद करें।
जांच में जुटी साइबर पुलिस
राजस्थान की साइबर पुलिस सेल एक्टिव हो गई है। अफवाह फैलाने वाले मुख्य सोर्स का पता लगाया जा रहा है, ताकी उसे जल्द से जल्द ट्रेस किया जा सके। साथ ही सोशल मीडिया कंपनियों से इस तरह के कंटेंट को रोकने के लिए भी कहा गया है।
एक दिन पहले ही गहलोत ने यूपी-एमपी में गरीबों, थड़ी-ठेले, रेहड़ी वालों से धर्म के आधार पर मारपीट के वीडियो वायरल होने पर चिंता जताई थी। साथ ही ट्वीट कर कहा है कि राजस्थान में यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


