
पीबीएम से खुलासा लाइव : बीकानेर में सरकारी आंकड़ों में काबू, अस्पताल में बेकाबू डेंगू!, प्राइवेट लैबों की मनमानी





– कुशालसिंह मेड़तिया की विशेष रिपोर्ट
खुलासा न्यूज, बीकानेर। बीकानेर में कोरोना के तेवर जहां नरम हुए है, वहीं दूसरी मौसमी बीमारियों ने आमजन को फिर से दिक्कतों में डाल दिया है। बरसाती सीजन खत्म होने के साथ ही बीकानेर की जनता एकबार फिर मौसमी बीमारियों की चपेट में है। सर्वाधिक खौफ डेंगू ने फैला रखा है, जिसके चलते बीकानेर के सरकारी और निजी अस्पतालों में हाउसफुल जैसे हालात पैदा हो गए है। प्रदेश के सबसे बड़े पीबीएम अस्पताल की बात की जाए तो वार्ड के बैड फुल है। मरीजों को धरती पर ट्रीटमेंट कराना पड़ रहा है।
ऐसे गंभीर हालात के बीच खुलासा की टीम ने संभाग के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम के ओपीडी से लेकर वार्डों व निजी लैबों तक का दौरा किया और वहां मरीजों की दिक्कतें, चिकित्सकों की चुनौतियों समेत हर पक्ष का हाल जाना।
बात की जाए पीबीएम के बाहर निजी लैबों की तो डेंगू की जांच करवाने पर 800 से 900 रूपए का मनमाना शुल्क वसूला जा रहा है। यहां ग्रामीण तबके सहित शहर के मरीज मजबूरन जांच करवाते है।
यह इसलिए क्योंकि पीबीएम में डेंगू की जांच के लिए लम्बी कतार लगी रहती है। पड़ताल में सामने आया कि करीबन 700 से अधिक पेशेन्ट्स निजी लैबों से डेंगू की जांच करवाते है। निजी लैबों की मनमानी जारी है। चिंता की बात तो यह है कि डेंगू मरीज राम भरोसे है।
निजी लैबों पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है और ना ही पीबीएम प्रशासन से व्यवस्था संभल पा रही है। अब देखने वाला विषय यह है कि इस गंभीर मसले पर संभागीय आयुक्त क्या एक्शन लेते है ?
आज नहीं हुई जांच, आंकड़ा जीरो
आज पीबीएम अस्पताल में डेंगू की जांच नहीं हुई। जांच करवाने के लिए काफी मरीज पहुंचे, लेकिन जांच नहीं हुई। ऐसे में मजबूरन निजी लैबों से डेंगू की जांच करवानी पड़ी। डिप्टी सीएमएचओ लोकेश गुप्ता ने बताया कि आज जांच नहीं होने से कोई नया पॉजीटिव नहीं मिला। बतादें कि बुधवार को 26 व्यक्ति डेंगू पॉजिटिव पाए गए थे। ऐसे में अभी तक जिले में डेंगू पॉजिटिव का आंकड़ा 290 पार है। प्रत्येक केस को केंद्र में रखते हुए आसपास के 50 घरों में एंटी लारवा एक्टिविटी व सर्वे की गतिविधियां की जा रही हैं।
बीकानेर में खौफनाक होते डेंगू के डक की तस्वीर
– सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अभी तक डेंगू के 290 केस मिले है, जबकि हकीकत इससे परे है
-पीबीएम अस्पताल डेंगू मरीजों से फुल है
– कमोबेश निजी हॉस्पीलों में यही हालात है
-हालांकि, फील्ड में जिस तरह से सामने आ रहे डेंगू के केस
-उससे तो आंकड़ा काफी अधिक पहुंचने का अंदेशा
-ऐसे में सवाल ये कि क्या बीमारी की मॉनिटरिंग में हो रही कोई चूक ?
सरकारी आंकड़ों में काबू, अस्पताल में बेकाबू डेंगू !
-कोरोना के बाद अब डराने लगी डेंगू की भयावह तस्वीर
-सरकारी आंकड़ों को देखते तो डेंगू के केस नहीं ज्यादा
-तीन लोगों की हो चुकी है डेंगू से मौत
-जबकि जिस तरह से अस्पताल में बैड हो रहे फुल, घर-घर दिख रहे बीमार
-उससे अंदेशा ये कि काफी अधिक फैल रहा फील्ड में डेंगू का प्रकोप
मौसमी बीमारियों पर चिकित्सा विभाग की चुप्प
-कोरोना मैनेजमेंट की आड में दूसरी बीमारियों पर फोकस कम
-हालात ये कि पिछले काफी समय से विभागीय वेबसाइट बेखबर
-स्वाइन फ्लू, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, स्क्रब टाइफस समेत
-अन्य मौसमी बीमारियों की सूचना नहीं की जा रही वेबसाइट पर अपडेट
डेंगू के ये लक्षण
अचानक बुखार आना, सिर में आगे की तरफ तेज दर्द, आंखों के पीछे व आंखों के हिलने में दर्द, मांसपेशियों जोड़ों में दर्द, स्वाद का पता न चलना व भूख न लगता
डेंगू से बचाव
घर में मच्छरों को न पनपने दें
किसी भी जगह पानी एकत्र न होने दें….पूरे शरीर को ढककर रहे.बीमारी के लक्षण दिखने पर तत्काल चिकित्सक से सम्पर्क करें।
क्या कहते है जिम्मेदार
शहर में फॉगिंग करवाई जा रही है। घरों में एंटी लार्वा गतिविधियां भी करवाई जा रही है। आगामी दो दिनों में प्रत्येक घर तक स्वास्थ्य विभाग का कार्मिक पहुंचेगा और डेंगू का खात्मा करेगा। शहरी डिस्पेंसरियों द्वारा उनके क्षेत्र में एंटीजन पॉजिटिव पाए गए व्यक्तियों को भी डेंगू संदिग्ध मानते हुए एंटी लारवा गतिविधियां व सर्वे कार्य किया जा रहा है।
– ओ.पी.चाहर, सीएमएचओ, बीकानेर


