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बीकानेर: एक मामले में जमानत मिली, दूसरे में बंद…फिर भी जेल से रिहा बंदी

बीकानेर: एक मामले में जमानत मिली, दूसरे में बंद…फिर भी जेल से रिहा बंदी

बीकानेर। मादक पदार्थ तस्करी एवं हत्या के मामले में बंद एक बंदी को जेल प्रशासन की लापरवाही से छोड़ दिया गया। जब लापरवाही का पता चला, तो महकमे में हड़कंप मच गया। अब पुलिस और जेल प्रशासन बंदी की तलाश कर रहे हैं। बंदी के रिलीज होने के 24 घंटे बाद भी वह हाथ नहीं लगा है। जानकारी के अनुसार, उडसर हालपता नोखा निवासी मदन पुत्र बंशीलाल बिश्नोई बीकानेर जेल में बंद था। उसे हाल ही में मादक पदार्थ तस्करी के मामले में नोखा पुलिस ने पकड़ा था। तीन दिसंबर को आरोपी को हत्या के 17 साल पुराने मामले में 3/25 के आरोप में तीन साल की सजा हुई थी, जिस मामले में उसे राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर से जमानत मिली थी।

जबकि मादक पदार्थ तस्करी के मामले में नोखा एडीजे कोर्ट से चार दिसंबर को जमानत खारिज हुई थी। जेल में बंदी के जमानत का आदेश पहुंच गया, जिसके चलते बंदी को जेल प्रशासन ने रिलीज कर दिया। बंदी को रिलीज करने के बाद गफलत का पता चला। अब जेल प्रशासन और पुलिस के होश पाख्ता हो रखे हैं। बंदी को तलाश किया जा रहा है। बंदी मदन की ओर से नोखा एडीजे कोर्ट में तीन दिसंबर को जमानत का प्रार्थना-पत्र दिया गया था, जिसे चार दिसंबर को न्यायालय ने खारिज कर दिया था। तीन दिसंबर को ही राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर में बंदी मदन को 3/25 मामले में जमानत दी थी, जिसमें नोखा न्यायालय की ओर से सजा सुनाई गई थी। चार दिसंबर को कोर्ट मुचलके की तस्दीक हुई। इस दरम्यान गफलत हो गई।

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