
भगवान ऐसी बीवी किसी को ना दे जिसने भांजे से बनाये अवैध संबंध और पति को उतार दिया मौत के घाट







नागौर। भरोसे का खून हो गया। अपनों का ही कत्ल करने वाले अब पुलिस की गिरफ्त में है। मूण्डवा में युवक की हत्या करने वाली उसकी पत्नी ही निकली। रिश्ते के भांजे से उसके अवैध संबंध थे। पति को राह से हटाने के लिए दोनों ने मिलकर उसका खून कर दिया। वहीं बालिका की हत्या करने वाला आरोपी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। इन दोनों हत्या की वारदाताों में आरोपियों ने कुल्हाड़ी का इस्तेमाल किया था। तीन दिन के भीतर हुई दो हत्या का खुलासा करने के बाद पुलिस अब थोड़ा चैन में है।
नागौर एसपी श्वेता धनखड़ ने बताया कि पिछले दो दिन में हुई हत्या की दोनों वारदात में टीम ने सक्रियता दिखाते हुए आरोपियों को पकड़ा है। मूण्डवा में पत्नी ने प्रेमी भांजे के साथ मिलकर पति को जान से मार दिया। इधर, रोल इलाके में बालिका की हत्या मंगेतर ने मामूली से शक में कर डाली। तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी ने बताया कि मूण्डवा शहर के लाखोलाव तालाब के पास स्थित एक मकान में चार जनवरी को अज्ञात हमलावरों द्वारा परिवार के मुखिया सुरेश (40) पुत्र मनसुखदास की हत्या करने की सूचना मिली थी। इस पर एएसपी राजेश मीना, मूण्डवा सीओ विजय कुमार सांखला, थाना प्रभारी बलदेवराम के नेतृत्व में टीम गठित कर अनुसंधान शुरू किया गया। घटना स्थल का गहनता से मौका मुआयना किया। एमओबी टीम के जयनारायण तथा एफएसएल टीम के मनीष मौर्य ने मौके से साक्ष्य जुटाए। मौका मुआयना के बाद पुलिस ने पास-पडोस में पूछताछ कर जांच का दायरा बढ़ाते हुए संदिग्ध शंभूदास (21) पुत्र रामपाल निवासी जोधपुर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो मामला प्रेम प्रसंग का निकला। मृतक सुरेश की पत्नी किरण (30) के साथ मिलकर शंभूदास ने सुरेश की कुल्हाड़ी से हत्या करना कबूल किया।
उसने बताया कि मामी किरण से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। सुरेश को इसके चलते रास्ते से हटाया। वारदात के एक दिन पहले ही शंभूदास वहां आकर छिप गया था। देर रात उसने कुल्हाड़ी से सुरेश पर <ड्ढह्म् हमला किया।
अनाथ हो गए चार बच्चे
सुरेश की पत्नी कत्ल के आरोप में सलाखों के पीछे। ऐसे में उनके चार बच्चे अनाथ हो गए। तीन लड़कियां व एक लडक़ा है। सबसे बड़ी लडक़ी 15 साल की है। उसके बाद पुत्र तथा दो छोटी बेटी हैं।
संदेह के घेरे में थी पत्नी वारदात के दिन से ही पुलिस को किरण पर संदेह था। क्योंकि चार जनवरी की रात बारिश तथा आसपास हुई ओलावृष्टि के कारण सर्दी बढऩे से सुरेश दूसरी मंजिल पर बरामदे में सो रहा था। मृतक के पास उसका तथा पत्नी का मोबाइल फोन भी था। पत्नी और उसके बच्चे पास ही के कमरे में सो रहे थे, ऐसे में घटना की भनक पत्नी को नहीं लगना भी संशय पैदा कर रहा था।

