कोरोना से लडऩे का दें आइडिया, बने “समाधान” चैलेंज का हिस्सा

कोरोना से लडऩे का दें आइडिया, बने “समाधान” चैलेंज का हिस्सा

बीकानेर। विश्व के अधिकांश देश कोरोना के कहर से संघर्ष कर रहें हैं ऐसे में भारत सरकार ने देश के युवाओं, अध्यापकों, विद्यार्थियों और परामर्श दात्ताओं से कोविड-19 से ये जंग जीतने के लिए सुझाव मांगे है। इसके लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय के नवाचार सेल ने एक ऑनलाइन चैलेंज लॉन्च किया है। ‘समाधान’ नाम के इस चैलेंज को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के सहयोग से लॉन्च कि या गया है। इसका उद्देश्य कोविड-19 और भविष्य की चुनौतियों से लडऩे के लिए समाधान खोजना और युवाओं की कुछ नया करने की प्रतिभा को परखना है उल्लेखनीय है कि फोर्ज एंड इनोवेटक्यूरिस के साथ मिलकर इस चैलेंज का आयोजन किया जा रहा है। एमएचआरडी के नवाचार प्रकोष्ठ द्वारा कोरोना से बचाव व सुरक्षा के लिए समाधान योजना प्रारम्भ की गई हैं जिसमें विद्यार्थी, शोधकर्ता,शिक्षक या कोई स्वतंत्र कार्य करने वाला व्यक्ति 14 अप्रेल रात 11 बजकर 55 मिनट तक ऑनलाइन आवेदन करके चैलेंज में भाग ले सकते हैं।
यूं करें आवेदन
समाधान चैलेंज में भाग लेने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय के इनोवेशन सेल की वेबसाइट पर जाकर उस कैटिगरी का चुनाव करना होगा जिसमें आप भाग लेना चाहते हैं ऑनलाइन आवेदन पत्र खुलने पर स्वयं से जुड़ी सामान्य जानकारियां और समाधान का विडियो अपलोड कर आवेदन सबमिट किया जायेगा।
यह रहेगी चयन प्रक्रिया
समाधान चैलंज के विजेता चयन के प्रथम चरण में यूट्यूब वीडियो लिंक के रूप में विद्यार्थियों,शोधकत्र्ताओं, शिक्षकों और स्टार्टअप्स को अपने आइडिया शेयर करने होंगे जिसमें कोविड महामारी से निपटने के तरीकों का विवरण होगा। इस तरह के वीडियो लिंक में से 200 आवेदनों का 17 अप्रेल के शाम 8 बजे तक पहले राउंड के लिए चयन किया जायेगा। दूसरे राउंड में जाने वाले भागीदारों की लिस्ट 22 अप्रैल को जारी की जायेगी। इस प्रक्रिया से चुनीं गई टॉप 20 टीम दूसरे राउंड में जायेगी। जिसमें उनको 23 अप्रेल तक अपने फाइनल वीडियो के साथ एक प्रस्तुतीकरण देना है,जहां उनके आइडिया का मूल्याकंन एक बड़ी ऑनलाइन ज्यूरी करेगी। इस मूल्याकंन के बाद 26 अप्रेल को 3 विजेताओं की घोषणा की जायेगी। विजेता के चुनाव में वीडियो को मिले ‘लाइक्स’और ‘व्यू’ की संख्या को ध्यान में रखा जायेगा लेकिन अंतिम निर्णय ऑर्गेनाइजर का होगा।
सेवा के साथ पुरस्कार भी
इस चैलेंज में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओ,शोधकर्ताओंं के साथ साछ अध्यापकों को भी पुरस्कृत करने का निर्णय किया गया है। विजेता को 2 लाख रूपये के पुरस्कार अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा प्रदान किये जाएंगे इस योजना के लिए प्रायोजकों को भी आमंत्रित किया गया है। प्रायोजक मिलने पर पुरस्कार की राशि 5 या फिर 10 लाख रुपए तक भी बढ़ाई जा सकती है।

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