बेसिक पी.जी. कॉलेज के टॉपर को गोल्ड मेडल देगा संतोष मंगल सेवा संस्थान
बेसिक पी.जी. कॉलेज एवं संतोष मंगल सेवा संस्थान के बीच एमओयू हस्ताक्षरित
खुलासा न्यूज़ । विज्ञान संकाय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को गोल्डमैडल, विज्ञान के क्षेत्र में शिक्षा, अनुसंधान एवं वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए बेसिक पी.जी. महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में आयोजित एक कार्यक्रम दौरान महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री रामजी व्यास एवं संतोष मंगल सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. रविन्द्र मंगल के बीच ये आपसी एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने बताया कि इस एमओयू के अनुसार संतोष मंगल सेवा संस्थान, बेसिक पी.जी. महाविद्यालय के साथ जुड़कर शिक्षा एवं शोध के क्षेत्र में एक-दूसरे का परस्पर सहयोग करेंगे। डॉ. पुरोहित ने कहा कि वर्तमान समय में गुणवत्तापूर्ण एवं व्यावहारिक शिक्षा की आवश्यकता है, जिसके लिए दोनों ही पक्ष संयुक्त रूप से विस्तार व्याख्यान, वार्ता, सम्मेलन, सेमिनार, संगोष्ठियों, वर्कशॉपस, शैक्षणिक भ्रमण, इंटर्नशिप, शोध को प्रोत्साहन देना, वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना, विद्यार्थियों में विज्ञान विषय के डर को हटाना, अंतर संस्थागत सहयोग को बढ़ावा देते हुए विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच एवं स्वस्थ जीवन के बारे में जागरूकता प्रदान करेंगे।
एमओयू पर हस्ताक्षर करते हुए संतोष मंगल सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. रविन्द्र मंगल ने बताया कि बेसिक पी.जी. महाविद्यालय पहला निजी महाविद्यालय है जिसके साथ ऐसा एमओयू किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों के लिए शिक्षा में नवाचार, कबाड़ से जुगाड़, वेस्ट चीजों को किस प्रकार से काम ले सकते हैं, किस तरह से जीवन मंे उसमें से विज्ञान को निकालते हुए हम उपयोग में ले सकते हैं। इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए हमारा उद्देश्य रहेगा कि विशेष रूप से बीकानेर का कोई भी विद्यार्थी विज्ञान के क्षेत्र में अपने आपको कमजोर नहीं समझें, अपनी विज्ञान को सोच को बनाए रखे और विज्ञान के क्षेत्र में न केवल अपना बल्कि शहर और देश का नाम रोशन करें। डॉ. रविन्द्र मंगल ने यह भी बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियांे को प्रोत्साहन देने के लिए संतोष मंगल सेवा संस्थान द्वारा छात्रवृत्तियां प्रदान की जाएगी और प्रति वर्ष महाविद्यालय में टॉपर विद्यार्थी को गोल्डमैडल देते हुए सम्मानित भी किया जाएगा। इस अवसर पर डॉ. रविन्द्र मंगल द्वारा विभिन्न प्रयोगों के माध्यम से समझाया गया कि हम किस प्रकार विज्ञान के विद्यार्थियों को उनका सैद्धान्तिक ज्ञान व्यावहारिक रूप से भी दे सकते हैं।
एमओयू पर हस्ताक्षर करते हुए महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री रामजी व्यास ने कहा कि विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए महाविद्यालय की ओर से एक इनोवेशन सेल का निर्माण किया जाएगा जिसमें विज्ञान के क्षेत्र में विद्यार्थियों के नए-नए आइडियाज पर कार्य करते हुए यह प्रयास किया जाएगा कि छात्र अपने शैक्षणिक अध्ययन के साथ-साथ विज्ञान एवं तकनीकी के क्षेत्र में भी आगे बढ़ें। इसके लिए इस इनोवेशन सेल को आवश्यक सामग्री, उपकरण एवं संसाधन समय-समय पर उपलब्ध करवाए जाते रहेंगे। श्री व्यास ने कहा कि इसके अलावा विद्यार्थियों के शैक्षणिक उन्नयन के लिए समय-समय पर जिन गतिविधियांे की आवश्यकता होगी उसके लिए महाविद्यालय हमेशा तत्परता से आगे रहकर विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में अपना योगदान देगा।