
सरकारी अस्पताल में टीका लगाने के बाद बच्ची की मौत, आरसीएचओ ने टीका के बैच पर लगाई रोक





उदयपुर में एमबी हॉस्पिटल के बाल चिकित्सालय में बुधवार को ढाई माह की बच्ची के टीकाकरण के बाद मौत हो गई। देवाली (उदयपुर) निवासी लालसिंह चौहान अपनी बेटी को तीन माह में होने वाले टीकाकरण के लिए बाल चिकित्सालय लेकर आए थे। टीका लगने के बाद जब वे वापस लौटकर घर पहुंचे तो देखा कि बच्ची की नाक से खून बह रहा था। ये देख परिवार के होश उड़ गए। परिवार तुरंत बच्ची को बाल चिकित्सालय लेकर पहुंचा। जहां डॉक्टर्स द्वारा जांच करने पर बच्ची को मृत घोषित कर दिया।
पूरे मामले में परिवार ने डॉक्टर्स पर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजन मेडिकल बोर्ड से बच्ची का पोस्टमार्टम कराने की मांग पर अड़ गए। डॉक्टर्स से भी परिजन की बहस हुई तो मौके पर हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ आर एल सुमन पहुंचे। उन्होंने पूरे मामले की जानकारी ली। हालांकि हॉस्पिटल में फिलहाल टीकाकरण रोका नहीं गया है।
आरसीएचओ ने टीका के बैच पर लगाई रोक
बच्ची को पेंटावेलेंट का टीका इंजेक्शन के जरिए लगाया था। इसके साथ ही रोटा वायरस व ओरल पोलियो की दवा पिलाई थी। जिस बैच का यह टीका है। उन पर फिलहाल रोक लगा दी है। इस मामले में आरसीएचओ डॉ अशोक आदित्य ने अपनी रिपोर्ट सीएमएचओ को दी है। हॉस्पिटल को नए बैच की दवा उपलब्ध कराई है। मामले में आरसीएचओ का कहना है कि कई सालों से टीकाकरण हो रहा है। ऐसी घटना बहुत रेयर है।


