Gold Silver

गहलोत के विधायकों ने दिखाया तेवर, बोले सीएम बदलकर कांग्रेस खत्म थोड़ी करनी है

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक ज्यादातर विधायकों ने इस्तीफे वापस ले लिए हैं, लेकिन उनके तेवर अब भी बरकरार हैं। शनिवार को 10 से ज्यादा गहलोत समर्थक विधायकों ने स्पीकर सीपी जोशी के बंगले पर पहुंचकर इस्तीफे वापस लिए, कई ने ईमेल पर तो कुछ ने विधानसभा जाकर इस्तीफे वापस लेने की चिट‌्ठी सौंपी।। गहलोत समर्थक विधायकों ने 25 सितंबर को विधायक दल की बैठक का बहिष्कार करते वक्त जो तेवर दिखाए थे, वे ही तेवर आज इस्तीफे वापस लेते वक्त भी दिखाए। स्पीकर जोशी से मिलने के बाद विधायकों ने खुलकर कहा- कोई बदलाव नहीं होगा।
धरियावद से कांग्रेस विधायक नगराज मीणा ने कहा- मैंने मर्जी से इस्तीफा दिया। मर्जी से ही वापस ले लिया। राजस्थान में बदलाव के सवाल पर मीणा ने कहा- चुनाव छाती पर हैं। मुख्यमंत्री बदलना है तो कांग्रेस खत्म थोड़े ही करना है। मुख्यमंत्री क्यों बदलेंगे? कौन बदल रहा है? विधायक सारे उनके ( गहलोत के) साथ हैं। अभी कोई बदलाव नहीं करेगा। चुनावी साल में कोई न तो बदला जाएगा न बदलेंगे।
मंत्री महेश जोशी ने कहा- गहलोत ही मुख्यमंत्री के रूप में बजट पेश करेंगे
मंत्री महेश जोशी ने कहा- विधानसभा का सत्र 23 जनवरी 2023 से शुरू होने वाला है। आप यह मान कर चलिए उसमें मुख्यमंत्री के रूप में अशोक गहलोत बजट पेश करेंगे। राजस्थान की कांग्रेस सरकार जन भावनाओं के अनुसार बजट बनाएगी। बजट बनाकर जनता को जो राहत देगी, पिछले बजट से कम नहीं होगी। जब सब विधायक इस्तीफे वापस ले रहे हैं तो अच्छा सौहाद्र्र का माहौल रहेगा। मैं भी इस्तीफा वापस लेने पर विचार कर रहा हूं। सब कर रहे हैं, तो सबके साथ मैं भी हूं।
जनता की आवाज ईश्वर की आवाज होती है
जोशी ने कहा- राजस्थान में पूरी कांग्रेस एक है। भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में कल्पना से अच्छी निकली है। यह अपने आप में एक संदेश है। अशोक गहलोत ने 2018 के चुनाव से पहले कहा था- जनता की आवाज ईश्वर की आवाज होती है। विधायकों ने इस्तीफा वापस लिए हैं,कोई एक ऐसा क्षण बताइए जब राजनीति में दबाव नहीं होता। कोई सरकार हो किसी पार्टी की हो कोई मुख्यमंत्री हो, दबाव और राजनीति का चोली-दामन का साथ है। दबाव में आकर निर्णय करना दूसरी बात है।
राजेंद्र पारीक बोले- सीकर की जनता की आवाज पर इस्तीफा दिया और वापस लिया
स्पीकर से मिलकर इस्तीफा वापस लेने के बाद कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक ने कहा- मैंने मेरी मर्जी से इस्तीफा दिया। मेरी मर्जी से वापस ले लिया। मुझे लगा कि मुझे इस्तीफा देना चाहिए तो दे दिया और अब मुझे लग रहा है कि वापस लेना चाहिए तो से वापस ले लिया। क्योंकि सीकर की जनता की मेरे से अपेक्षा है। सीकर की जनता की अपेक्षा पर इस्तीफा वापस ले लिया।

Join Whatsapp 26