
गहलोत बोले- मैं मोदी जी से बड़ा फकीर हूं,कहा- मोदी एक बार पहनी ड्रेस रिपीट नहीं करते






जयपुर। विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सियासी तल्खियां बढऩे लगी हैं। सीएम अशोक गहलोत ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए खुद को बड़ा फकीर बताया है। गहलोत ने कई मुद्दों पर पीएम पर चुन-चुनकर जुबानी हमले किए। गहलोत ने कहा- प्रदेशवासियों को मुझ पर विश्वास करना चाहिए। मैं जो कुछ कहता हूं। दिल से कहता हूं। मैं मोदी जी आपसे बड़ा फकीर हूं। आपने नोट किया होगा कि मोदी जी जो ड्रेस एक बार पहन लेते हैं। वो रिपीट नहीं करते हैं। दिन में एक, दो, तीन बार ड्रेस बदलते होंगे पता नहीं। मैं मेरी ड्रेस वही रखता हूं, मैं फकीर नहीं हूं क्या? गहलोत नए जिलों के उद्घाटन समारोह के दौरान बिड़ला ऑडिटोरियम ें बोल रहे थे।
गहलोत ने कहा- मैंने अपनी जिंदगी में एक प्लॉट नहीं खरीदा है। एक फ्लैट नहीं खरीदा है। मैंने एक ग्राम सोना नहीं खरीदा है। वो मुझसे बड़े क्या फकीर होंगे? उनका चश्मा ढाई लाख का है? मुझसे क्या सुनना चाहते हैं वो? पहले राहुल गांधी ने नहीं कहा था सूटबूट की सरकार। जब पहली बार पीएम बने तो मोदी का सूट लंदन से बनकर आया था। 10 लाख का सूट था वो, जैसे ही राहुल गांधी ने सूट बूट की सरकार बताकर अटैक किया, उस कोट को बेचना पड़ा।
गहलोत ने कहा- मेरी बेटी की शादी हुई तो मेरी वाइफ ने कोई 90 हजार के चैक दिए होंगे। एमएलए एमपी को फ्लैट मिलते हैं तो 40 साल पहले कोई 90 हजार का प्लॉट मानसरावेर में मिला था। वो प्लॉट 10 साल की किश्तों में दिया। एमपी को दिल्ली में फ्लैट मिलता है। वह द्वारका में है। उसका कोई 15 हजार किराया आता है, कैसा फ्लैट होगा वो? उसकी 15 साल तक किश्तें चुकाईं।
मोदी का व्यवहार ऐसा है जैसे वो केवल बीजेपी और हिंदुओं के ही प्रधानमंत्री हों
गहलोत ने कहा- प्रधानमंत्री पद का मान सम्मान करते हैं। प्रधानमंत्री देश का होता है वह बीजेपी का नहीं होता है। अब प्रधानमंत्री को अब तक भ्रम है कि मैं बीजेपी का प्रधानमंत्री हूं तो उसका क्या कर सकता हूं? उनका देश में बोलने, चलने में जो व्यवहार है। वो ऐसा है जैसे वो एक पार्टी के ही प्रधानमंत्री हैं। वो खाली हिंदुओं के ही प्रधानमंत्री है, क्या बात करते हो आप। यह बहुत खतरनाक बात है। आप डेमोक्रेसी में प्रधानमंत्री चुने गए हो। डेमोक्रेसी देश में कांग्रेस ने स्थापित की है। गरीब का मान सम्मान आज है। वह डेमोक्रेसी की वजह से है।
पद छोडऩे और पद के मुझे नहीं छोडऩे वाली बात ऐसे ही नहीं बोली, मैं सोच समझकर बोलता हूं
गहलोत ने कहा- पिछले दिनों चिरंजीवी योजना में लाभार्थी संवाद था, अलवर की धापू देवी का हार्ट बदला था। उसने मुझसे कहा- बार बार आप ही सीएम बनो। मैंने कहा कि धापू देवीजी मैं तो मुख्यमंत्री का पद छोडऩा चाहता हूं, लेकिन यह पद मुझे नहीं छोड़ रहा है। मैं राजनीति में हर बात सोच समझ कर बोलता हूं। मैं ऐसे ही कमेंट नहीं करता। मैंने यह बात सोच समझकर बोली थी। मैं मीडिया वालों को कहना चाहता हूं कि इसका मतलब यह मत समझना कि मैंने चलते हुए ही कमेंट्री कर दी। मैं राजनीति के अंदर हर शब्द सोच समझकर बोलता हूं।


