
विश्वविद्यालय को लेकर गहलोत बोले किसके कहने पर पत्रकारिता विश्वविद्यालय को बंद किया






जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय भवन का वर्चुअल शिलान्यास किया। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव, पीडब्ल्यूडी मंत्री भजन लाल जाटव, मुख्य सचिव उषा शर्मा भी मौजूद रहे। इस दौरान विश्वविद्यालय शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार पर भी जमकर निशाना साधा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वसुंधरा सरकार में बंद किए गए हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय को लेकर कहा कि पता नहीं किन मूर्खों ने वसुंधरा राजे को विश्वविद्यालय बंद करने की सलाह दी थी और राजस्थान विश्वविद्यालय में मर्ज करने की सलाह दी थी, जिस राजस्थान विश्वविद्यालय में पत्रकारिता की एक फैकल्टी भी नहीं है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा की पता नहीं किसके दबाव में वसुंधरा राजे ने विश्वविद्यालय को बंद करने का फैसला लिया था।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भोपाल में माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय की तर्ज पर ही राजस्थान में पत्रकारिता विश्वविद्यालय का सपना देखा था और हमने हमारे दूसरे कार्यकाल में पत्रकारिता विश्वविद्यालय शुरू किया था। सरकार बदली तो वसुंधरा सरकार ने विश्वविद्यालय को बंद करके राजस्थान विश्वविद्यालय में उसे मर्ज कर दिया। सीएम ने कहा कि फिर हमारी सरकार आई और हमने फिर से इसे विश्वविद्यालय शुरू किया है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का आजादी के आंदोलन में बड़ा योगदान रहा है, महात्मा गांधी और कई बड़े नेता उस वक्त पत्रकार होते थे। हरिदेव जोशी भी खुद पत्रकार रहे हैं।
देश में आज तनाव का माहौल
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि किसी भी देश का विकास उस देश के हालात पर निर्भर करता है। देश में शांति, भाईचारा और सद्भाव होगा तो देश तरक्की करेगा, लेकिन आज देश में माहौल तनावपूर्ण है, अशांति का माहौल फैला हुआ है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पत्रकारिता विश्वविद्यालय का जो सपना देखा था वह आज जाकर साकार हुआ है आज उसके भवन का शिलान्यास हुआ लेकिन जिस लिहाज से शिलान्यास कार्यक्रम होना चाहिए था वह कोरोना के चलते नहीं हो पाया। इसलिए आगे ऐसा कार्यक्रम किया जाएगा जिसमें पत्रकार, साहित्यकारों और लेखकों की भी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में भागीदारी हो।
पत्रकारिता विश्वविद्यालय को बंद करने का फैसला सही नहीं था
पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति ओम थानवी ने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने पत्रकारिता विश्वविद्यालय को बंद कर दिया था, जिससे गहलोत सरकार ने फिर से शुरू किया है। कोरोना काल में पत्रकारों की नौकरी चली गई थी तो सब को यह लगने लग गया था कि यह विश्वविद्यालय भी बंद हो जाएगा, लेकिन विश्वविद्यालय फिर से अपने पैरों पर खड़ा हुआ है और आज विश्वविद्यालय में ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रैजुएट कोर्स करवाए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय में पत्रकार,लेखक, साहित्यकार सबकी भागीदारी हो इसके प्रयास किए जा रहे हैं।


