
गहलोत खुद छात्रसंघ चुनाव हारे थे, इसलिए किए रद्द- बेनीवाल






खुलासा न्यूज नेटवर्क। राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव रद्द करने के फैसले का लगातार विरोध बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल राजस्थान यूनिवर्सिटी पहुंचे। जहां उन्होंने कांग्रेस सरकार के साथ बीजेपी नेताओं पर निशाना साधा। बेनीवाल ने कहा- राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुख्यमंत्री तो बन गए। वह खुद यूनिवर्सिटी का चुनाव हार गए थे। यही वजह है कि वह छात्र राजनीति को आगे नहीं बढऩे देना चाहते। इसलिए उन्होंने चुनाव रद्द करने का फैसला किया।
बेनीवाल ने कहा- भले ही गहलोत साहब मेरी इस बात से नाराज हो जाएं कि 40 साल पुरानी बातों का जिक्र क्यों कर रहा हूं। यह हकीकत है कि वह छात्र राजनीति में फेल हो गए थे। इसी वजह से उन्हें छात्रसंघ चुनाव से तकलीफ हो रही है। जबकि बीजेपी के नेता भी चुपचाप बैठकर सत्ता का सुख भोगने का इंतजार कर रहे हैं। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी छात्रसंघ चुनाव के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेगी। आज सबसे पहले छात्रों का प्रतिनिधिमंडल सरकार से मिलेगा। अगर उसमें कोई सकारात्मक फैसला नहीं हुआ। कल से हम प्रदेशभर में आंदोलन की शुरुआत करेंगे।
राजस्थान यूनिवर्सिटी में पिछले 6 दिन से चल रहे छात्रों के धरने में पहुंचे सांसद बेनीवाल ने कहा- राजस्थान सरकार ने विश्वविद्यालय की स्वायत्तता को कम करने के साथ ही छात्रसंघ पदाधिकारियों को भी कमजोर किया है। क्योंकि सरकार में बैठे मंत्री, विधायकों और सांसदों को उनसे चिड़ मचती है। उन लोगों को डर लगता है। कहीं यूनिवर्सिटी से आया नेता उनकी राजनीति खतरे में नहीं डाल दे। क्योंकि जो नेता छात्र राजनीति से आते हैं। वह आम नेताओं के मुकाबले ज्यादा निर्भीक, निष्पक्ष और मजबूत होते हैं। कुछ ऐसे नेता भी होते हैं। जिन्हें छात्र नेताओं से जलन होती है। यह वह लोग होते हैं, जो छात्रसंघ चुनाव हारे हुए हैं। बाद में बड़े राजनीतिक पद पर बैठे हैं। जैसे अशोक गहलोत हैं।


