थिएटर फेस्टिवल के दौरान गायत्री प्रकाशन का नवाचार पुस्तक-दीर्घा
बीकानेर थिएटर फेस्टिवल के दौरान हंशा गेस्ट हाउस में गायत्री प्रकाशन द्वारा ‘पुस्तक-दीर्घाÓ का आयोजन किया जा रहा है। गायत्री प्रकाशन के ‘जन तक सृजनÓ अभियान के तहत आयोजित इस पुस्तक-दीर्घा का उद्देश्य किताबों को पाठकों तक पहुंचाना है। इस दीर्घा में प्रदर्शित पुस्तकें दीर्घा में रहकर ही देखी-पढ़ी जा सकती है। इन पुस्तकों को विक्रय नहीं होगा। इस पुस्तक-दीर्घा योजना को रचनाकारों की काफी सराहना मिल रही है। लोग अपनी-अपनी कृतियां भेज रहे हैं। ये कृतियां लेखकों को वापस नहीं लौटाई जाएंगी बल्कि आगामी आयोजन के लिए सुरक्षित रखी जाएगी।
अगर कोई इन पुस्तकों में से किसी कोई पुस्तक लेना चाहता है तो वह प्रकाशक या लेखक से मंगवा सकता है। इस संबंध में हमारे कार्यकर्ता सहयोग के लिए तत्पर रहेंगे। संभव हुआ तो थिएटर फेस्टिवल की अवधि (14 से 18 अक्टूबर) के बीच ही हम किताबें उपलब्ध करवा देंगे।
दीर्घा के संयोजक हरीश बी.शर्मा ने बताया कि यह ‘जन तक सृजनÓ अभियान की एक महती योजना है, जिसका उद्देश्य स्थान-स्थान पर पुस्तक-दीर्घाएं आयोजित करके आम लोगों को पुस्तकों से अवगत करवाना है। अक्टूबर में इस दीर्घा का आयोजन जहां थिएटर फेस्टिवल में होगा। वहीं दिसंबर में बीकानेर में आयोजित होने वाले चिल्ड्रन लिटरेचर फेस्टिवल में भी इन पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
लगभग दो सौ पुस्तकों का संग्रह इस दीर्घा के लिए हो चुका है। लेखक व प्रकाशक चाहे तो हंशा गेस्ट हाउस में पुस्तक-दीर्घा में अपनी किताबें भी रखवा सकते हैं।