
बीकानेर में बनती है लकड़ी की गणगौर, हाथों के हुनर से जीवंत हो उठती हैं प्रतिमाएं






बीकानेर। बीकानेर में बनती है लकड़ी की गणगौर, हाथों के हुनर से जीवंत हो उठती हैं प्रतिमाएं बीकानेर अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए पहचान रखता है. त्यौहार और परंपराओं के निर्वहन के लिए बीकानेर का एक अल,ग स्थान है. होली के बाद हमारी मान्यताओं में गणगौर का पर्व महिलाओं के लिए खास महत्व रखता है. गणगौर पर्व को लेकर बीकानेर की अलग पहचान है. यहां लकड़ी की गणगौर बनाई जाती है. इसकी ख्याती देश के विभिन्न हिस्सों तक फैली हुई है.बीकानेर में बनती है लकड़ी की गणगौर, हाथों के हुनर से जीवंत हो उठती हैं प्रतिमाएं बीकानेर अपनी सांस्कृतिक विरासत
के लिए पहचान रखता है. त्यौहार और परंपराओं के निर्वहन के लिए बीकानेर का एक अलग स्थान है. होली के बाद हमारी मान्यताओं में गणगौर का पर्व महिलाओं के लिएखास महत्व रखता है. गणगौर पर्व को लेकर बीकानेर की अलग पहचान है. यहां लकड़ी की गणगौर बनाई जाती है. इसकी ख्याती देश के विभिन्न हिस्सों तक फैली हुई है।


