
गंगाशहर में भाजपा के दो बड़े नेता फिर भी हॉस्पिटल के हालात यह, पढ़ें यह खास खबर






गंगाशहर में भाजपा के दो बड़े नेता फिर भी हॉस्पिटल के हालात यह, पढ़ें यह खास खबर
खुलासा खास खबर। शहर के उपनगरीय क्षेत्र गंगाशहर में आमजन को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जबकि गंगाशहर में भाजपा के दो बड़े नेता महावीर रांका और मोहन सुराणा रहते हैं। दोनों को ही केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का नजदीकी भी माना जाता है। लेकिन इन सब के बावजूद गंगाशहर के हालात किसी से छुपे नहीं है। यहां पर बने गंगाशहर सैटेलाइट अस्पताल के हाल तो और भी बेहाल है। यहां पर रात्रिकालीन इमरजेंसी सेवाएं पिछले 8 दिनों से ठप पड़ी है। इससे क्षेत्र में लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। देर रात उन्हें पीबीएम हॉस्पिटल आना पड़ता है। ऐसे में सवाल यही उठता है की प्रदेश में और केंद्र में भाजपा की सरकार है और पार्टी के दो बड़े नेता गंगाशहर में ही रहते हैं। दोनों ही केंद्रीय मंत्री के नजदीकी भी हैं। इसके बावजूद इस तरह के हालात सवाल खड़े करते हैं।

दरअसल, गंगाशहर सेटेलाइट अस्पताल में रात्रिकालीन इमरजेंसी सेवाएं 8 दिन से ठप पड़ी हैं। इससे क्षेत्र में लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। देर रात उन्हें पीबीएम हॉस्पिटल आना पड़ता है। गंगाशहर सेटेलाइट अस्पताल से जूनियर रेजिडेंट हटाने के बाद रात्रिकालीन इमरजेंसी सेवाएं बंद हो गई हैं। रविवार की रात एक महिला अपनी बेटी को लेकर अस्पताल गई तो गेट पर ताला मिला। मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल ने पांच डॉक्टरों को वहां भेजने के आदेश किए, जिनमें से मेडिसिन और सर्जरी से एक-एक डॉक्टर ने ही जॉइन किया। तीन आए ही नहीं। जो डॉक्टर आएं हैं वे रात को ड्यूटी नहीं कर रहे। उन्हें भी वापस पीबीएम बुलाने के लिए संबंधित विभाग दबाव बनाए हुए है। गंगाशहर सेटेलाइट अस्पताल में दस का स्टाफ है। शिशु रोग विशेषज्ञ, टीबी एवं चेस्ट, नेत्र रोग और प्रसूति रोग विशेषज्ञ के अलावा पैथोलाजिस्ट और सोनोलॉजिस्ट भी हैं।


