
गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा- दो दिन पहले सेटिंग हुई, इसलिए मूंछ दांव पर लगाई’






गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा- दो दिन पहले सेटिंग हुई, इसलिए मूंछ दांव पर लगाई’
खुलासा न्यूज़। कांग्रेस का पूरा वोट हनुमान बेनीवाल की आरएलपी को गया। वोटिंग से दो दिन पहले इनकी सेटिंग हो गई थी। मुझे पता लग गया था। मैं इनका गेम प्लान समझ गया था। इसी के चलते मैंने ऐन वक्त पर अपनी मूंछ पर दांव लगाई कि खींवसर हारे तो मूंछ-बाल मुंडवा लूंगा, ताकि मेरे व्यक्तिगत वोटर्स को यूनाइट कर सकूं। भगवान ने इज्जत रख ली।
यह कहना है राजस्थान की सबसे हॉट सीट खींवसर में बीजेपी की जीत के प्रमुख रणनीतिकार माने जाने वाले मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर का। बीजेपी ने 16 साल के लंबे अंतराल के बाद हनुमान बेनीवाल के मजबूत किले को ढहाने में कामयाबी हासिल की है।
Q. खींवसर में 16 साल बाद बीजेपी जीती है, इतना लंबा वक्त लगा?
गजेंद्र सिंह : साल 2008 में बेनीवाल हमारे समर्थन से ही तो पहली बार एमएलए बने थे। इसके बाद अब 2008 से 2024 तक भी आप देखो तो एक बार एमएलए और एक बार एमपी बीजेपी के ही समर्थन से तो बने हैं। इसके अलावा भी कभी कांग्रेस तो कभी किसी और के समर्थन से ही चुनाव जीते हैं। इससे पहले ये कभी भी बिना किसी समर्थन के चुनाव नहीं लड़े थे। पहली बार बिना समर्थन के चुनाव मैदान में आए तो इन्हें बीजेपी से 14 हजार वोट से हार मिली है।
Q. : प्रचार में आपने कहा कि मैं सीनियर मोस्ट मंत्री हूं, मेरी लाज रख लेना, क्या आप पर आलाकमान या सरकार का कोई दबाव था?
गजेंद्र सिंह : नहीं, ये कोई दबाव नहीं था, ये मेरी जिम्मेदारी थी। सरकार में मुझे सीनियर मंत्री और इतने बड़े विभाग की जिम्मेदारी दी है। जब मेरे क्षेत्र का चुनाव है। यहां से पहले मेरे दादा और फिर मैं खुद चुनाव जीता हूं। इतने साल से क्षेत्र में पॉलिटिकली एक्टिव भी रहे हैं। ऐसे में ये मेरी जिम्मेदारी थी कि मैं मेरे क्षेत्र या मेरे गांव से पार्टी को जिताऊं। ये मेरे लिए प्रेशर भी था कि अगर हार होगी तो ये मेरी हार होगी। इसी के चलते हमने बहुत मेहनत की।


