बढ़ सकते हैं फल-सब्जी के दाम, डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल संभव! - Khulasa Online बढ़ सकते हैं फल-सब्जी के दाम, डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल संभव! - Khulasa Online

बढ़ सकते हैं फल-सब्जी के दाम, डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल संभव!

नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. पेट्रोल की कीमतें तो 90 रुपये के पार तक जा चुकी हैं, ऐसे में ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल करने की चेतावनी दी है और इससे फलों और सब्जियों की कीमत बढ़ने का अंदेशा भी बढ़ गया है. जानें क्या कहना है ट्रांसपोर्टर के एसोसिएशन का…

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. पेट्रोल की कीमतें तो 90 रुपये के पार तक जा चुकी हैं, ऐसे में ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल करने की चेतावनी दी है और इससे फलों और सब्जियों की कीमत बढ़ने का अंदेशा भी बढ़ गया है. जानें क्या कहना है ट्रांसपोर्टर के एसोसिएशन का…

डीजल की बढ़ती कीमत चिंता
The All India Motor Transport Congress (AIMTC) लगातार डीजल की बढ़ती कीमतों का विरोध कर रही है. संगठन का कहना है कि यदि सरकार डीजल की बढ़ी कीमतों, अत्याधिक कर और अन्य मुद्दों का समाधान नहीं करती है तो वह देशभर में ट्रकों की हड़ताल कर देगी.

क्या रुक जाएंगे देशभर के ट्रक!
AIMTC का दावा है कि वह देशभर के लगभग 95 लाख ट्रक चालकों और 50 लाख बस ऑपरेटर्स का संगठन है. ऐसे में अगर AIMTC हड़ताल पर जाने का आह्वान करती है तो देशभर में ट्रकों का चक्का जाम हो जाएगा.

E-Way बिल का भी मसला
AIMTC ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि सिर्फ डीजल की बढ़ती कीमत ही चिंता का विषय नहीं है. बल्कि ईंधन पर अत्याधिक कर, ई-वे बिल से जुड़े मुद्दे, स्क्रैप पॉलिसी की मौजूदा स्थिति समेत कई अन्य मुद्दे भी हैं जिससे देशभर के ट्रक चालकों को परेशानी हो रही है.

14 दिन का अल्टीमेटम
AIMTC के राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने इन मुद्दों का समाधान निकालने के लिए सरकार को 14 दिन का अल्टीमेटम देने का निर्णय किया है. उनकी प्रमुख मांगों में डीजल की कीमतों को तत्काल घटाना, E-Way बिल के मुद्दों का समाधान करना और स्क्रैप पॉलिसी लाने से पहले ट्रांसपोर्टरों के साथ बातचीत करना शामिल है.

बढ़ सकती है महंगाई
सरकार ने शुक्रवार को ही खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी किए हैं. इसके हिसाब से जनवरी में खाद्य वस्तुएं सस्ती हुई हैं. ऐसे में अगर ट्रकों की हड़ताल होती है तो खाने-पीने विशेषकर फल एवं सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी हो सकती है.

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