
गीतों व नृत्यों की प्रस्तुतियों से किया फ्रेशर का वेलकम, बिनानी कन्या महाविद्यालय में हुआ कार्यक्रम






खुलासा न्यूज बीकानेर। बिनानी कन्या महावि़द्यालय की सीनियर छात्राओं ने बी.ए., बी.कॉम, बी.सी.ए, बी.एस.सी., एवं एम.एस.सी.(कम्प्युटर सांइस) की प्रथम सेमेस्टर की नवप्रवेशीत छात्राओं का स्वागत फ्रेशर वेलकम 2024 के तहत किया। जिसके मुख्य अतिथि महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के परीक्षा नियत्रक डॉ. राजाराम चोयल थे, विशिष्ट अतिथि महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के अतिरिक्त कुल सचिव डॉ. बिठ्ठल बिस्सा थे, कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्रंबध समिति सचिव गौरी शंकर व्यास ने की।
कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत अतिथियों व प्राचार्य डॉ. अरूणा आचार्य के द्वारा मॉ शारदे के छाया चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन व पुष्प सुमन आर्पित करके की गयी इसी क्रम में संगीत विभाग की छात्राओं के द्वारा प्रात: वैला नमन करू मॉ की सस्वर प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम का मुख्य आर्कषण था मिस फ्रेशर का चयन यह प्रतियोगिता तीन चरणों में सम्पत्र हुई। जिसके निर्णायक मण्डल में प्रवक्ता डॉ. दीप्ति रंगा, डॉ. संतोष व्यास, डॉ. सरलकान्ता व्यास, डॉ. रश्मि बिस्सा थे। प्रथम राउण्ड में कैट वॉक का आयोजन किया गया । दुसरा राउण्ड प्रोप राउण्ड था जबकि तीसरा राउण्ड प्रसनोत्री का था। निर्णायक मण्डल के अनुसार मिस चार्मिग का खिताब अंतरा को मिला वही मिस कॉस्टयुम मदीना को मिला, मिस टेलेन्ट की बाजी अंकिता ने जिती वही मिस परसनेलिटि पर भानुश्री विजयी रही और कार्यक्रम की मिस फ्रेशर का खिताब तेजस्वनी को मिला।
मुख्य अतिथि परीक्षा नियत्रक डॉ. राजाराम चोयल ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज से पांच दशक पहले महिलाओं की भुमिका समाज में नगरणीय थी लेकिन शिक्षा प्राप्ति कर आज महिलाएॅ तकनिकी, प्रशासनिक क्षेत्रों में अपना रचनात्मक योगदान दे रही है।
विशिष्ट अतिथि डॉ. बिस्सा ने अपने उद्बोधन में कहा कि छात्र जीवन में लगन व लक्ष्य की महती भुमिका होती है लक्ष्यहीन व्यक्ति अपने प्रयासों को सार्थक दिशा में निर्देशित करने में असफल रहता है।
प्रबन्ध समिति सचिव गौरी शंकर व्यास ने पधारे हुए अतिथियों का आभार जताते हुए कहा कि शिक्षा वह सशक्त माध्यम है जिसके द्वारा व्यक्ति अपने चरित्र का निर्माण करता है और जीवन में किसी भी प्रकार की चुनौती का सामना करने में सक्षम रहता है।
प्राचार्य डॉ. अरूणा आचार्य ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि महाविद्यालय ने शहरी क्षेत्र की बालिकाओं मे उच्च शिक्षा के प्रति चेतना जागृत की है और उन्हें जीवन में स्वावलम्बी बनाया है। महाविद्यालय का सदैव यह प्रयास रहा है कि आर्थिक अभाव में छात्राएं शिक्षा से वंचित न रह जाए।


