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स्वतंत्रता सेनानी सत्यनारायण हर्ष का निधन, गोवा मुक्ति आंदोलन में निभाई थी मुख्य भूमिका, राजकीय सम्मान से हुआ अंतिम संस्कार

खुलासा न्यूज, बीकानेर। गोवा मुक्ति आंदोलन में संघर्ष करने वाले बीकानेर के सत्यनारायण हर्ष का मंगलवार सुबह निधन हो गया। वो पिछले कई दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। मंगलवार को ही उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। हाल ही में राज्य सरकार ने घर पहुंचकर उनका अभिनन्दन किया था। हर्षों के चौक के पास ही रत्ताणी व्यासों के चौक में रहने वाले सत्यनारायण हर्ष ने मंगलवार सुबह अंतिम सांस ली। वो पिछले कुछ समय से बीमार थे और घर पर ही उनका इलाज चल रहा था। 90 साल से अधिक आयु के हर्ष पिछले वर्षों तक स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस पर करणी सिंह स्टेडियम में नजर आते थे। कुछ वर्षों से अस्वस्थता के चलते नहीं आ पा रहे थे। पिछली 15 अगस्त को ही तत्कालीन शिक्षा मंत्री सहित पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने हर्ष के घर पहुंचकर पहले तिरंगा फहराया और बाद में उनका सम्मान किया।

गोवा को मुक्त कराने के लिए चले आंदोलन में निभाई थी मुख्य भूमिका

हर्ष ने गोवा को पुर्तगाल से मुक्त कराने के लिए चले आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाई थी। उस सम्पूर्ण संघर्ष से है जो गोवा को पुर्तगाल से मुक्त कराने के लिये किया गया था। जब भारत के बड़े क्षेत्र पर अंग्रेज शासन कर रहे थे, तब गोवा, दमन और दीव पर पुर्तगाल का शासन था। यह संघर्ष 19वीं शताब्दी में ही छोटे स्तर पर आरम्भ हो चुका था लेकिन 1940 से 1961 के बीच बहुत प्रबल आंदोलन के रूप में आ गया। अंतत: दिसंबर 1961 में भारतीय सेना के तीनों अंगों ने मिलकर गोवा को मुक्त करा लिया। इस आंदोलन के दौरान हर्ष को जेल भी जाना पड़ा।

राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार

हर्ष का यहां हर्षोलाव तालाब स्थित श्मसान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया था। इससे पहले हर्ष के निवास पर संभागीय आयुक्त उर्मिला राजोरिया, जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल, एसपी तेजस्वनी गौतम सहित कई प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे। पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। पहले निवास पर और बाद में श्मसान घाट पर पुलिस ने फायर करके श्रद्धांजलि दी।

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