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कुल्लू में बादल फटने से चार की मौत, गाड़ियां मलबे में दबी

शिमला. हिमाचल में 24 घंटे हो रही तेज बरसात के कारण भारी तबाही हुई है। कुल्लू जिले के आनी और निरमंड में बादल फटने से दोनों इलाकों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया। बादल फटने के बाद मकान पर मलबा गिरने वृद्ध महिला और बच्ची की मौत हो गई। ब्यास नदी का जलस्तर अचानक बढ़ जाने की वजह से पंडोह डैम के सारे गेट खोल दिए गए। पंडोह डैम पर बिजली उत्पादन बंद कर दिया गया। कुल्लू के आनी एरिया की देवठी पंचायत में रात तीन बजे बादल फटने से सैलाब आ गया। यहां पहाड़ का मलबा खदेड़ गांव में मकान पर गिरने से उसमें सो रही 60 साल की महिला और 16 साल की बच्ची की दबने से मौत हो गई। बागीपुल के स्वाह और चनाई गाड में बादल फटने से आई बाढ़ के चलते आनी और निरमंड का कुल्लू जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया। लाहौल स्पीति, मंडी, शिमला जिले के रामपुर और चंबा जिले के अल्लाह नाला में भी बादल फटने से भारी नुकसान हुआ। चंबा में एक कंप्रेशन मशीन बाढ़ में बह गई।

कुल्लू जिले के देवठी में बादल फटने के बाद खड्‌ड में बाढ़ आने से आनी बाजार में दहशत फैल गई। यहां सब्जी मार्केट की 10 दुकानें बह गईं। आनी खड्ड खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। उधर शिमला जिले के रामपुर और नेरवा में भी नुकसान हुआ। रामपुर की इंदिरा मार्केट में एक दर्जन गाड़ियां मलबे में दब गईं तो नेरवा नाले में चार गाड़ियां बह गईं। इनमें एक पिकअप और तीन कार शामिल हैं। बीते 24 घंटों में प्रदेशभर में 30 से ज्यादा गाड़ियों और दो दर्जन से अधिक घरों को नुकसान हुआ है।

ब्यास नदी के किनारे वाले इलाकों में अलर्ट
भाखड़ा.ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड के इंजीनियर राजेश हांडा ने बताया कि कुल्लू.मनाली के ऊपरी हिस्सों में हो रही भारी बरसात की वजह से ब्यास नदी उफान पर है। ऐसे में गुरुवार दोपहर ब्यास नदी पर बने पंडोह डैम के सारे गेट खोल दिए गए। यहां फ्लशिंग का काम शुक्रवार शाम 6 बजे तक जारी रहेगा।

बरसात से पहले पंडोह डैम के रेजरवायर का जलस्तर 23 हजार क्यूसिक था जो बढ़कर 55 हजार क्यूसिक तक पहुंच गया। ब्यास नदी में जितना पानी आ रहा हैए उतना ही पानी डैम से आगे छोड़ा जा रहा है। डैम से पानी छोड़े जाने से पहले मंडी जिला प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है। ब्यास नदी के किनारे रहने वाले लोगों से अपील की गई है कि वह नदी किनारे न जाएं।

हांडा में बताया कि इस समय पंडोह डैम की झील का जलस्तर 2923 फीट है जो खतरे के निशान से नीचे है। भारी बरसात की वजह से पानी के साथ बहुत ज्यादा गाद आ रही है। इसलिए पंडोह डैम पर सलापड में बने ठठडठ के पॉवर हाउस में 24 घंटे के लिए बिजली उत्पादन बंद कर दिया गया है ताकि मशीनरी को नुकसान न पहुंचे।

170 सड़कें और 870 बिजली ट्रांसफ ार्मर ठप

प्रदेशभर में पांच नेशनल हाईवे सहित 170 सड़कें और 870 बिजली के ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं। मूसलाधार बारिश के बाद जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मंडी में 82ए चंबा में 31ए कुल्लू में 28 और सिरमौर में 19 सड़कें बंद पड़ी हैं। इसी तरह मंडी में 402 और सिरमौर में 367 बिजली के ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं।

आनी के ही गूगरा और देवठी गांव में भी कई घरों में पानी घुस गया। गूगरा गांव में कई घरों और गाड़ियों को भी बाढ़ से नुकसान हुआ है। स्थानीय प्रशासन नुकसान के आंकलन में जुट गया है। अब तक तीन गाड़ियों को भी इसमें नुकसान की सूचना है।

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