
हत्या के मामले में चार आरोपी गिरफ्तार, हथियारों से किया था हमला






खुलासा न्यूज नेटवर्क। सुजानगढ़ के बाघसरा पूर्वी में 25 अगस्त को गांव के सुनील सारण पर हमले के बाद हुई मौत के मामले में सालासर पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एएसपी सुनील कुमार ने बताया कि मामले को लेकर पुलिस की चार टीमें बनाई गई थी। पुलिस के अनुसार, रविवार को देर रात छापर के देवाणी तिराहे के पास आरोपियों के होने की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस ने महिपाल चाहर (36) पुत्र धन्नाराम जाट, सुधीर गोदारा (30) पुत्र भंवरलाल जाट, निर्मल चाहर (20) पुत्र रामचंद्र जाट और विकास मांडिया (20) पुत्र विद्याधर जाट को पकड़ लिया। ये सभी बाघसरा पूर्वी गांव के रहने वाले हैं। दरअसल, 25 अगस्त की रात बाघसरा पूर्वी के सुनील कुमार सारण के साथ गांव के ही महिपाल चाहर, सुधीर गोदारा, निर्मल चाहर, विकास मांडिया सहित चार पांच अन्य लोगों ने सरियों और हथियारों से जानलेवा हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था। सुनील को सालासर अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे सीकर और सीकर से जयपुर रेफर कर दिया गया। कोमा में रहने के बाद इलाज के दौरान 31 अगस्त को सुनील की मौत हो गई।
गांव के लोगों ने किया थाने का घेराव
गांव के लोगों को खबर मिलने पर शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में लोग सालासर थाने के सामने इक_ा हो गए और हत्यारों को गिरफ्तारी की मांग रखते हुए थाने का घेराव किया। शाम को सुनील का शव पहुंचने पर प्रदर्शनकारी एम्बुलेंस में शव रोड़ पर रखकर सुजानगढ़ तिराहे पर बैठ गए और रास्ता जाम कर दिया। इसके बाद पुलिस की समझाइश पर सुनील के शव को सालासर के हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवा दिया, लेकिन प्रदर्शनकारी हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शनिवार को भी पूरे दिन थाने के सामने डटे रहे।
रविवार को भी प्रदर्शनकारी आरएलपी नेताओं की अगुआई में गिरफ्तारी में हुई देरी और पुलिसकर्मियों की लापरवाही का विरोध करते हुए थाने के पास धरने पर बैठे रहे। इसके बाद शाम को खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल और प्रदर्शनकारियों के बीच एएसपी सुनील कुमार की मौजूदगी में बातचीत हुई। मृतक के परिवार को 15 लाख रुपए मुआवजा दिलवाने की अनुशंसा करने, मामले में पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच करने आदि मांगों को लेकर शव मोर्चरी से ले जाने पर सहमति बनी। जिसके बाद परिजनों ने मृतक सुनील सारण का अंतिम संस्कार कर दिया।


