
दाह संस्कार के बाद घर पर चिपकाया पॉजिटिव होने का पर्चा





खुलासा न्यूज,बीकानेर। कोरोना को लेकर जिला प्रशासन कितना गंभीर है और इसको लेकर चिकित्सा विभाग की लापरवाही अनेक बार सामने आने के बाद भी न तो राज्य सरकार जाग रही है और न ही प्रशासन की ओर से लापरवाही करने वालों के खिलाफ कोई कोई कार्यवाही की जा रही है। हालात यह है कि इस लापरवाही का खामियाजा आमजन को भोगना पड़ रहा है। जानकारी मिली है कि चौखूंटी फाटक के पास रहने वाली 75 वर्षीय महिला तुलसी देवी सुथार को तबीयत खराब होने के बाद 20 अक्टुबर को उनकी जांच सेटेलाईट अस्पताल में करवाई गई। जहां ऑक्सीजन की कमी में देखते हुए तुलसीदेवी को पीबीएम रैफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान 22 अक्टुबर की अल सुबह तुलसीदेवी ने दम तोड़ दिया। इस दौरान पीबीएम के जिम्मेदारों ने जांच रिपोर्ट का इंतजार किये बिना ही तुलसीदेवी का शव परिजनों को सौंप दिया। जिसके परिजनों ने धार्मिक रिति रिवाज से दाह संस्कार कर दिया।
दाह संस्कार के बाद घर के बाहर चिपकाया पर्चा
मंजर यह है कि तुलसीदेवी के दाह संस्कार के दो घंटे बाद चिकित्सा एंव स्वास्थ्य विभाग की ओर से तुलसीदेवी को पॉजिटिव घोषित करते हुए उनके घर के बाहर पर्चा चिपका दिया। इस घटनाक्रम के बाद मोहल्ले खलबली सी मच गई। तुलसीदेवी के दाह संस्कार में शामिल परिजन,परिवारजन और मोहल्लेवासी इस बाद को लेकर सकते में आ गये है कि चिकित्सा विभाग व पीबीएम अस्पताल के जिम्मेदारों की लापरवाही का दंश आस पड़ौस व परिवारजनों को भोगना पड़ेगा।
प्रचार पर करोड़ों खर्च,फिर भी बेपरवाहर जिम्मेदार
हालात यह है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लियेे आमजन को जागृत करने के लिये जिला प्रशासन की ओर से करोड़ों रूपये खर्च कर प्रचार प्रसार किया जा रहा है। लेकिन विभागीय इस लापरवाही से ऐसा लगता है कि राज्य सरकार की ओर से प्रचार प्रसार के लिये खर्च किये जा रही राशि यूं ही व्यर्थ बहाई जा रही है।
वर्जन
मेरी माताश्री की मौत के बाद जब मैंने वार्ड में भर्ती जिम्मेदारों को पॉजिटिव रिपोर्ट की जानकारी मांगी। तो जबाब मिला कि आपके पास कोई मैसेज नहीं आया तो आपकी माताश्री नेगेटिव ही है। आप शव को ले जावें और दाह संस्कार कर लें। प्रकाश सुथार पुत्र तुलसीदेवी सुथार


