पांच पिपली निर्माणाधीन मंदिर ने लिया अपना स्वरुप, दानदाताओं ने दिखाई मानवता - Khulasa Online पांच पिपली निर्माणाधीन मंदिर ने लिया अपना स्वरुप, दानदाताओं ने दिखाई मानवता - Khulasa Online

पांच पिपली निर्माणाधीन मंदिर ने लिया अपना स्वरुप, दानदाताओं ने दिखाई मानवता

बीकानेर। अंतरराष्ट्रीय द्वारिका रणुजा संगम संस्थान ट्रस्ट द्वारा तीर्थ श्री पांच पिपली निर्माणाधीन है बाबा का जीवन काल पर्चा स्थल रूणीचा से 12 किमी दूर जहां बाबा ने पांच पीरो को पर्चा दिया व धुणा तप किया आज भी मौजूद हैं पीरो के लिए लगाई पांच पिपली पेड़ व एतिहासिक धुणा,27 बीघा गोचर भूमि पर पशु-पक्षी अभियान में पशु पक्षी के हित के काम किये जा रहे हैं । अंतराष्ट्रीय द्वारिका रणुजा संगम संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रकाश सुखलेचा ने बताया कि े अंडरग्राउंड टैंक बहुमंजिला पक्षी गृह पीने के पानी स्थल व चुग्गा घर बन गया है उसी भूमि पर श्री डालीबाई कोटड़ी जाल मंदिर था बिखर गया उन पत्थरों से बड़ी चौकी बनाकर प्राचीन डालीबाई पगलिया यापन कर दिया है ओर श्री डालीबाई कोटड़ी जाल मंदिर का पुन: निर्माण हो रहा है तीर्थ निर्माण सहयोगी श्री हनुमान जी गहलोत रामदेव पान भंडार बीकानेर, अंजनि कुमार जी अग्रवाल बीकानेर गंगाराम जी कामड, प्रहलाद सिंह जी गोहिल, रामेश्वर जी कुमावत मध्यप्रदेश से है।
तीर्थ निर्माण का मुख्य कार्यभार योगेश रावत, राजेश चूरा,राजेश गुप्ता बीकानेर, मोहनभाई परमार वडोदरा गुजरात,विजय जी कोठारी,सागर मूंधडा,श्री गणेश माचरे महाराष्ट्र आदि ने संभाला है। संस्था द्वारा 43 हजार मूर्तियां आधी कीमत में वितरित हुई और रूणीचा निज मंदिर डालीबाई समाधि स्थल पूरा तैयार करवाया व मूर्ति भी लगाई, तीर्थ श्री वीरमदेवरा मंदिर में संपूर्ण मूर्तियां लगाई व लाल पत्थर के पीलर व छतरियां लगाई,डालीबाई जाल मंदिर व बाबा रामदेव जी घुड़साल में संपूर्ण मूर्तियां लगाई।

error: Content is protected !!
Join Whatsapp 26