हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से पांच की मौत, 15 लापता - Khulasa Online हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से पांच की मौत, 15 लापता - Khulasa Online

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से पांच की मौत, 15 लापता

शिमला. देवभूमि हिमाचल में कुदरत ने भारी तबाही मचाई है। चंबा के भटियात में तीनए मंडी में एक और कांगड़ा के शाहपुर में मकान गिरने से 9 साल की बच्ची की मौत हो गई है जबकि 15 से ज्यादा लोग चंबा और मंडी में लापता बताए जा रहे है। हमीरपुर में 10 से 12 घर नदी में डूब गए हैं। इनमें फंसे 19 लोग रेस्क्यू कर दिए गए हैए जबकि दो लोग अभी भी फंसे हुए है। सड़कें जगह.जगह बंद होने से राहत एवं बचाव कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा। मंडी के गोहर में पहाड़ी धंसने से काशन पंचायत के जड़ोंन गांव में परिवार से आठ सदस्य इसकी चपेट में आ गए। पूरा परिवार आधी रात अपने घर पर सो रहा था और अचानक घर के पीछे का पहाड़ धंस गया। मौके पर अभी राहत एवं बचाव कार्य जारी है।

6 लोग कार में बसे, 1 लड़की का शव बरामद
मंडी के कटौला के बागी नाला में बाढ़ में एक गाड़ी और इसमें सवार छह लोग बह गए। 15 साल की लड़की का शव बरामद कर लिया गया हैए जबकि अन्य की तलाश जारी है। चंबा जिला में चुवाड़ी के बनेट गांव में भूस्खलन के बाद तीन लोग लापता हो गए। प्रदेश के कई क्षेत्र ऐसे है जहां से अभी सूचना नहीं मिल पा रही है। इससे दोपहर तक जान और माल का नुकसान और बढ़ने का अनुमान है।

इन क्षेत्रों में हो रही अधिक बारिश
हिमाचल के मंडीए कांगड़ा और चंबा में बीती रात भारी बारिश हुई है। वैसे मौसम विभाग ने लाहौल स्पीति को छोड़ अन्य सभी जिलों को अगले 48 घंटे तक भारी बारिश का अलर्ट दे रखा है लेकिन अब तक डलहौजी में फ्लैश फ्लड से तीन गाड़ियों और दो दर्जन से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा है। ठियोग में बीती रात दो बजे के करीब पेट्रोल पंप पर भारी भरकम पत्थर गिरने से पेट्रोल के टैंकर समेत तीन गाड़ियां इसकी चपेट में आ गई। इसमें एक व्यक्ति भी घायल हो गया।

कांगड़ा में 11 लोग रेस्क्यू
कांगड़ा के घुमराउं में नदी के बीचोबीच टापू पर फंसे लोगों को सेना और छक्त्थ् के जवानों ने 11 घंटे बाद रेस्क्यू कर दिया है। इन्हें बचाने के लिए 11 घंटे तक ऑपरेशन चला रहा।
प्रदेशभर में बारिश के बाद 35 से ज्यादा घरों और इतनी ही गाड़ियों को भी नुकसान की सूचना है। आधा दर्जन से ज्यादा पालतू मवेशियों की जान जाने की भी सूचना है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ;ैक्ड।द्ध के अनुसार मंडी के बल्हए सदर थुनाग क्षेत्र में भूस्खलन से भारी नुकसान की सूचना है। मंडी के अलावा कांगड़ा, चंबा और शिमला जिला में काफी नुकसान हुआ है। बीती रात से हो रही भारी बारिश के चलते नदी.नाले उफान पर हैं।

4 एनएच समेत 200 से ज्यादा सड़कें बंद
प्रदेशभर में जगह.जगह भूस्खलन होने और बाढ़ आने की वजह से चार छभ् सहित 200 से ज्यादा सड़कें अवरूद्ध हो गई हैं। मंडी, कुल्लू, चंबा और शिमला में सबसे ज्यादा सड़कें बंद हैं। मौसम विभाग की मानें तो अगले 96 घंटे तक बारिश का दौर जारी रहेगीए लेकिन आज और कल भारी बारिश का येलो अलर्ट दिया गया है। यह अलर्ट जनजातीय जिला लाहौल स्पीति को छोड़ शेष 11 जिलों को दिया गया है।

3 जिलों में स्कूल बंद
भारी बारिश के अलर्ट के बीच मंडी जिला में स्थानीय प्रशासन ने स्कूल बंद कर दिए है। चंबा और कुल्लू में भी कुछ स्कूलों को बंद कर दिया गया है। कांगड़ा जिला प्रशासन ने भारी बारिश को देखते हुए लोगों से नदी नालों के समीप नहीं जानेए जरूरी काम पर भी घर से बाहर निकलने की एडवाइजरी जारी की है।

खतरे के निशान तक पहुंचे कई बांध
राज्य की अधिकांश नदियों पर बने बांध खतरे के निशान पर पहुंच गए हैं। लारजी बांध खतरे के निशान 970 मीटर की तुलना में 969 मीटर तक भर चुका है। नाथपा डेम 1494.5 मीटर की तुलना में 1494 मीटर, सैंज 1753 की तुलना में 1752 मीटर, चांजू.एक 1441 की अपेक्षा 1440.10 मीटर तक भर गया है। इसी तरह अन्य बांध भी खतरे के निशान तक भर गए हैं।

1135 करोड़ की संपत्ति तबाह
प्रदेश में मानसून की बारिश 1135 करोड़ रुपए की सरकारी व निजी संपत्ति तबाह कर चुकी है। अकेले लोक निर्माण विभाग की 648 करोड़ की संपत्ति तबाह हुई है। 217 लोगों की सड़क हादसों, बादल फ टने, बाढ़, भूस्खलन इत्यादि से जान जा चुकी है। शिमला जिला में सबसे ज्यादा 35 लोगों की मृत्यु और कुल्लू में 31 लोगों की जान गई है।

प्रदेश में 101 मकान क्षतिग्रस्त
मानसून की बारिश से 110 मकान तबाह हो गए हैं। लोगों से ऐसे वक्त में उनका आशियाना छीन गयाए जब बारिश से बचने के लिए छत की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। 400 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। कई परिवार ऐसे हैंए जिनकी रातें मकान क्षतिग्रस्त होने के भय में बीत रही हैं। 55 दुकानें, 16 लेबर शेड, 321 गौशालाएं और 37 घाट भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।

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