
बीकानेर में अजब-गजब कहानी: पहले फार्म हॉउस, अब वहीं बन गए प्लॉट





बीकानेर में अजब-गजब कहानी: पहले फार्म हॉउस, अब वहीं बन गए प्लॉट
बीकानेर। शहर में इन दिनों प्लॉट को फॉर्म हॉउस बताकर बेचने के अजब-गजब विज्ञापन देखने को मिल रहे है। ये डेवलपर पहले बड़े-बड़े विज्ञापन देकर फार्म हॉउस का सपना दिखया जा रहा था। लेकिन कुछ समय पहले खुलासा में ‘क्या आपने भी फार्म हॉउस के नाम ख़रीदा है प्लाट तो ये खबर है आपके लिए आवश्यक’ लगी शीर्षक खबर के बाद ये डवलपर हरकत में आ गए और इन्होंने अपने फॉर्म हॉउस को प्लॉट बताकर बेचना शुरू कर दिया है। 3 से 5 लाख तक बिकने वाले फॉर्म हॉउस अब 6 से 8 लाख तक प्लॉट बेच रहे है। बीकानेर सहित आसपास के क्षेत्र में इस तरह का काम धड़ल्ले से चल रहा है। इसको लेकर प्रशासन भी कार्यवाही करने की बजाय मौन ही नजर आ रहा है। जबकि कुछ ऐसे है जिनका रेरा में रजिट्रेशन ही नहीं हो रखा है।
ऐसे में लोग इन डेवलपर्स की बातों में आकर ये प्लाट खरीद रहे है। इन लोगों को सपना दिखाया जा रहा है। जबकि हकीकत तो ये ही है की एक छोटे से प्लाट की कोई रीसेल वेल्यू ही नहीं है। इस मामले को लेकर जब खुलासा ने बीडीए के कुछ अधिकारियों से बातचीत की तो पता चला की ये नियमनुसार ये बीडीए के दायरे में नहीं है। ऐसे में जिन लोगों ने इस तरह के प्लाट को खरीद लिया है तो उन्हें एक बार डेवलपर्स से पूछना चाहिए की क्या इसका रेरा में रजिट्रेशन है या नहीं है। अगर नहीं है तो इनकी शिकायत करनी चाहिए। ताकि और लोग इसमें न फंसे।

