
अगस्त माह में मनाएं जायेगें त्यौहार






बीकानेर। सावन शुरू होने के साथ ही पर्व और त्योहारों का भी सिलसिला शुरू हो चुका है। सावन माह को हिंदू धर्म में सबसे पवित्र महीना माना जाता है। यह भगवान शिव को समर्पित होता है। वहीं इस महीने से व्रत और त्योहारों की शुरूआत भी हो जाती है। इस महीने में नागपंचमी, रक्षाबंधन के साथ ही बड़े त्योहारों का आगमन होता है। यही वजह है कि यह माह आस्था के साथ मनाया जाता है।
इस बार नाग पंचमी और रांधन षष्टी दोनों 13 अगस्त को हैं। शीतला सप्तमी 14 अगस्त को है। इस कड़ी में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 30 अगस्त को मनाई जाएगी। हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी का पर्व आता है। मान्यता है कि इसी दिन द्वापर युग में श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था, इसी कारण इसे श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भी कहते हैं। ऐसे में इस दिन भगवान कृष्ण के बालरूप की माखन, मिश्री, गंगाजल, पंचामृत आदि से पूजा की जाती है।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर ऐसे करें पूजा
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन पूजा के तहत जन्माष्टमी व्रत की पूर्व रात्रि को हल्का भोजन ग्रहण करना चाहिए। वहीं, जन्माष्टमी व्रत के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि नित्यकर्मों से निवृत्त होने के बाद श्रीकृष्ण का ध्यान करते हुए संकल्प व्रत का संकल्प लें और फिर पूजा की तैयारी करें। इस दिन खानपान, ध्यान व कर्म से पूरी तरह ब्रह्मचर्य का पालन करें। भगवान श्रीकृष्ण को इस दिन माखन-मिश्री, पान के साथ ही नारियल की बनी मिठाई का भोग लगाएं। फिर पंचामृत से श्रीकृष्ण का अभिषेक करें। साथ ही उन्हें नए कपड़े पहनाने के अलावा उनका श्रृंगार भी करें। इस दिन श्रीकृष्ण को चंदन का तिलक करके भोग लगाएं और फिर भगवान श्रीकृष्ण की आरती करें।
इस माह प्रमुख त्योहार
13 अगस्त- नागपंचमी व रांधन षष्टी
14 अगस्त- शीतला सप्तमी
22 अगस्त- रक्षा बंधन
25 अगस्त- कजली तीज
30 अगस्त- श्रीकृष्ण जन्माष्टमी


