बदमाशों के खौफ से परिवार सहित नहर में लगाई छंलाग, 2 बच्चे अभी तक लापता
बीकानेर। जिले में बदमाशों का खौफ बढ़ता ही जा रहा है लॉकडाउन खुलने के बाद से ही जिले में अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। शुक्रवार सुबह बीकानेर के ब्रांदा बास में एक युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी तो गुरुवार को जिले के बज्जू थाना क्षेत्र में एक परिवार ने बदमाशों से खौफ खाकर अपना पूरा सहित नहर में छंलाग लगा दी। इसमें पति-पत्नी व बच्चे को बाहर निकाल लिया लेकिन दो बच्चे नहर के पानी में तेज बहाव में आगे चल गये। जिसकी तलाशी के लिए पुलिस ने शुक्रवार को दोपहर तक सर्च अभियान चला रखा है। जानकारी के अनुसार बज्जू से पांच किमी दूर मुख्य नहर की आरडी 931 के पास गुरुवार की शाम करीब 5 बजे बदमाशों ने दो गाडिय़ों से पीछा कर कार सवार परिवार को रोक लिया और फायर करने लगे। बदमाशों की गोलियों से बचने के लिए खौफजदा परिवार नहर में कूद गया। बाद में युवक, उसकी पत्नी और एक बच्चे को नहर से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, लेकिन दो बच्चे तेज धार में बह गए। देर रात तक उनका पता नहीं चल सका।शुक्रवार सुबह उनकी तलाश में सर्च अभियान चलाया जाएगा। वारदात के शिकार तेजपुरा निवासी मगाराम देवासी ने पुलिस को बयान दिया कि वह गुरुवार को दिन में कार से अपने ससुराल तंवरवाला गया था। उस दौरान बिना नंबरों की दो कैंपर गाडिय़ों से उसका पीछा किया गया, लेकिन उसने ध्यान नहीं दिया। वापसी में उन्हीं दोनों गाडिय़ों ने फिर पीछा किया तो उसने गाड़ी को बज्जू की तरफ घुमा दिया। मुख्य नहर की आरडी 931 पहुंचा तो बदमाशों ने एक गाड़ी उसकी कार के सामने लगा दी। परिवार पर पिस्तौल तान दिया। उन्होंने भागकर छिपने की कोशिश की तो बदमाशों ने गोलियां चला दी। बचने के लिए मगाराम पत्नी और तीनों बच्चों के साथ नहर में कूद गया।
बदमाशों के फरार होने के बाद मगाराम, पत्नी पप्पू देवी और बेटा मनीष (5) को लेकर नहर से बाहर निकला। लेकिन, दो बच्चे ढाई साल की बेटी रवीना और 7 साल का बेटा विकास पानी में बह गए। घायल बच्चे मनीष को बज्जू के राजकीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बीकानेर पीबीएम में इलाज चल रहा है।