
यूरिया–डीएपी की किल्लत से किसान परेशान, किया प्रदर्शन, ग्राम सहकारी समिति परिसर में की नारेबाजी




यूरिया–डीएपी की किल्लत से किसान परेशान, किया प्रदर्शन, ग्राम सहकारी समिति परिसर में की नारेबाजी
सुई गांव का है मामला,
महेश देरासरी
महाजन। कस्बे के समीपवर्ती गांव सुईं में यूरिया व डीएपी की भारी किल्लत के चलते किसानों को बुवाई में देरी का सामना करना पड़ रहा है। पर्याप्त खाद उपलब्ध नहीं होने से आक्रोशित किसानों ने सुईं ग्राम सेवा सहकारी समिति परिसर में प्रदर्शन किया। किसान मनीराम टांडी ने बताया कि सहकारी समिति से जुड़े सुईं, दुलचासर, बखुसर, करनाणा, पुरबाणा एवं गोपेरां गांवों के करीब 500 किसान सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक धरने पर बैठे रहे। इस दौरान किसानों ने “किसानों को यूरिया दो”, “किसानों की फसल बर्बाद मत करो”, “सोई हुई सरकार जागो” जैसे नारे लगाए। काफी देर तक चले प्रदर्शन के बाद समिति अध्यक्ष संतोष टांडी एवं समाजसेवी मनीराम टांडी ने किसानों को समझाने का प्रयास किया तथा इफको निदेशक से वार्ता की। निदेशक ने नैनो यूरिया किसानों की मर्जी से ले जाने की बात कही, लेकिन किसान नैनो यूरिया लेने को तैयार नहीं हुए। इस पर निदेशक से यह भी कहा गया कि अगली बार खाद गाड़ी आने पर नैनो यूरिया नहीं भेजा जाए, जिस पर उन्होंने “अगली बार देखेंगे” कहकर गोलमोल जवाब दिया। किसानों का आरोप है कि हर बार यूरिया के साथ नैनो यूरिया भेज दिया जाता है, जिससे विवाद की स्थिति बनती है।किसानों ने बताया कि सुईं ग्राम सेवा सहकारी समिति में रबी फसल के लिए अब तक करीब तीन हजार बैग ही यूरिया पहुंचा है, जबकि क्षेत्र में लगभग 600 कुओं के हिसाब से करीब 25 हजार बैग की आवश्यकता है। किसानों ने इसे किसान विरोधी रवैया बताते हुए कहा कि पर्याप्त यूरिया उपलब्ध नहीं कराना किसानों के साथ अन्याय है। यूरिया वितरण के दौरान सहकारी समिति अध्यक्ष संतोष टांडी, व्यवस्थापक रमेश, कृषि पर्यवेक्षक बाबूलाल मुण्ड सहित अन्य कार्मिक उपस्थित रहे। लेकिन खाद की कमी के चलते किसानों में भारी नाराजगी देखने को मिली।




