
शंभू बॉर्डर पर किसानों का दिल्ली मार्च: पुलिस-किसानों में टकराव, 9 घायल






शंभू बॉर्डर पर किसानों का दिल्ली मार्च: पुलिस-किसानों में टकराव, 9 घायल
खुलासा न्यूज़। शंभू बॉर्डर पर दिल्ली मार्च के दौरान किसानों और पुलिस के बीच टकराव हो गया। बैरिकेड तोड़ने की कोशिश पर पुलिस ने वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया, जिससे 9 किसान घायल हो गए। प्रदर्शनकारी किसानों ने पुलिस पर रॉकेट लॉन्चर जैसे उपकरण और केमिकल युक्त पानी इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। हरियाणा सरकार ने मार्च के मद्देनजर अंबाला के 12 गांवों में इंटरनेट सेवा 18 दिसंबर तक बंद कर दी है। खनौरी बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जगजीत डल्लेवाल 19 दिनों से आमरण अनशन पर हैं, जिससे किसानों में रोष और सरकार के प्रति नाराजगी बढ़ रही है।
पुलिस बोली- प्रदर्शन करने वाले किसान नहीं
हरियाणा पुलिस कह रही है कि प्रदर्शन करने वाले किसान नहीं है। किसानों को हमारे अफसरों ने बातचीत के लिए बुलाया था, तब वे नहिं आए। पुलिस ने किसानों से कहा कि यह प्रदर्शन शांतिपूर्म नहीं हैं। किसानों ने पुल को दोनों तरफ से घेर रखा है।
किसान नेता पंधेर बोले- देशभर से किसान आवाज उठाएं
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा- हम चाहते हैं कि देशभर के किसान अपनी आवाज उठाएं, अगर वो ऐसा करेंगे तो आंसू गैस समेत ये सारी चीजें बंद कर दी जाएंगी और हमें दिल्ली जाने दिया जाएगा। हमारी मांगें पूरी की जाएंगी। हरियाणा पुलिस जनता को गुमराह कर रही है। 100 लोगों का पैदल चलना देश के लिए खतरनाक कैसे हो सकता है?


