
सिंधिया की जनसभा में किसान ने दम तोड़ा, मौत के बाद भी भाषण पर कांग्रेस ने घेरा





मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए इन दिनों जोर-शोर से राज्य के शीर्ष नेता प्रचार में जुटे हुए हैं, लेकिन इसी चुनावी सभा के दौरान खंडवा जिले के मंधाता विधानसभा सीट पर चुनावी सभा में एक आए एक किसान की मौत हो गई, जिस पर अब सियासत शुरू हो गई है. इस सभा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) प्रत्याशी के पक्ष में सभा करने ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे थे.
दरअसल, मंधाता विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में रविवार बीजेपी के स्टार प्रचारक ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनावी सभा को संबोधित करने आए थे. सिंधिया के आने से पहले स्थानीय नेताओं के भाषण चल रहे थे. इसी दौरान जब पंधाना से बीजेपी विधायक राम दांगोरे भाषण दे रहे थे, तभी वहां तभी वहां मौजूद 80 साल के किसान जीवन सिंह की अचानक मृत्यु हो गई.
मौत के बाद भी भाषण जारी रहा
किसान की मौत होते ही आस-पास की कुर्सियों पर बैठे लोग तितर-बितर हो गए. हालांकि इसके बावजूद नेताओं का भाषण नहीं रुका.
थोड़ी देर बाद जनसभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पहुंच गए. हालांकि उनके आने से पहले शव को वहां से ले जाया चुका था, लेकिन सिंधिया को जब किसान की मौत के बारे में पता चला तो उन्होंने श्रद्धांजलि देते हुए एक मिनट का मौन रखवाया और उसके बाद भाषण शुरू किया.
बताया जा रहा है कि जीवन सिंह बीजेपी के पुराने कार्यकर्ता भी थे. हालांकि सवाल उठ रहा है कि जब कोरोना के खतरे को देखते हुए भीड़-भाड़ वाली जगहों पर बुजुर्गों के जाने पर मनाही है तो राजनीतिक सभा में 80 साल के बुजुर्ग को क्यों आने दिया गया.
कांग्रेस ने साधा निशाना
ज्योतिरादितय सिंधिया की सभा में किसान की मौत की अनदेखी कर सभा जारी रखने को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस इस बात को लेकर बीजेपी को आड़े हाथ ले रही है कि एक किसान की मौत के बाद भी जनसभा को क्यों जारी रखा गया.


