
बीकानेर की 33, प्रदेशभर में 500 स्कूलों को मान्यता में फर्जीवाड़ा! , खुली पोल, 8 DEO फंसे






खुलासा न्यूज, बीकानेर। निजी स्कूलों को मान्यता देने की तैयारी का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। प्रदेश के 500 से अधिक स्कूलों पर मेहरबानी करने वाले 8 जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों (DEO) की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। फिलहाल इन अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने दैनिक भास्कर को बताया कि बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, सीकर, झुंझुनूं, अलवर, चूरू व नागौर के DEO को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। जवाब आने के बाद तथ्यों के साथ मिलान किया जाएगा। अगर दोषी होंगे तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं, बीकानेर के जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में भी गड़बड़ी हो रही थी। यहां शिक्षा का मुख्यालय है। यहां 55 स्कूलों का अनुमोदन किया गया, जिसमें 33 में गड़बड़ी पाई गई है। इसी तरह, सीकर में 62 में से 41, अलवर में 107 में से 47, चूरू में 75 में से 57 और नागौर में 83 में से 60 स्कूलों में मानदंड अधूरे थे। इसके बाद भी मान्यता की सिफारिश की गई।
यह है मामला
प्राइवेट स्कूलों को मान्यता देने से पहले DEO से अनुमोदन कराया जाता है। एक टीम स्कूल की जांच करती है और सिफारिश करती है कि मान्यता दी जा सकती है या नहीं। अपने इसी अधिकार को लेकर जिम्मेदारों का रवैया कटघरे में है। ऐसे स्कूलों को मान्यता की सिफारिश कर दी गई है, जो मापदंडों को पूरा ही नहीं करते। कमरों के आकार, खेल मैदान, लैब आदि सुविधाओं के लिए सरकार के स्तर से मापदंड तय किए गए हैं। ऐसे स्कूलों को मान्यता देने की सिफारिश की गई है, जो स्कूल ऐसे तय मानकों को पूरा ही नहीं कर रहे हैं। कमेटी की रिपोर्ट को देखने के बाद ही जिला शिक्षा अधिकारी को अनुमोदन करना था। आरोप है कि तय मानदंडों को दरकिनार कर जानबूझकर मान्यता के लिए सिफारिश की गई।


