
बीकानेर की पीपी ब्रांच से इतने हजार रुपये नकली नोट आरबीआई पहुंचे, कोटगेट में थाने में जीरों नंबर की एफआईआर





बीकानेर की पीपी ब्रांच से इतने हजार रुपये नकली नोट आरबीआई पहुंचे, कोटगेट में थाने में जीरों नंबर की एफआईआर
बीकानेर । बीकानेर में एसबीआई की पब्लिक पार्क शाखा ने जयपुर में आरबीआई को रकम भेजी जिसमें 8000 रुपए के 21 नोट नकली पाए गए। आरबीआई ने वहां गांधी नगर नोडल पुलिस थाने में जीरो नंबरी एफआईआर दर्ज कराई जो बीकानेर में कोटगेट पुलिस थाने पहुंची है।
जयपुर में आरबीआई की दावा विभाग शाखा के मैनेजर विशाल देसाई की ओर से गांधी नगर नोडल पुलिस थाने में दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि जनवरी, 25 से जून, 25 के दौरान बीकानेर जिले से एसबीआई की ओर से भेजी गई रकम में 8000 रुपए के 21 नोट नकली पाए गए हैं। इनमें 500 रु. के 13, 200 रु. के 7 और 100 रु. का एक नोट नकली है। गांधी नगर थाने ने जीरा नंबरी एफआईआर दर्ज कर बीकानेर में कोटगेट पुलिस थाने को भेज दी है जो नोडल थाना है। गौरतलब है कि पूर्व में बीकानेर से कई बार नकली नोट आरबीआई को भेजे गए।
नकली नोट भेजने में दोषी कौन, पुलिस को पता नहीं चलता
बीकानेर में एसबीआई की पीपी ब्रांच की ओर से जयपुर में आरबीआई को भेजी गई रकम में कई बार नकली नोट मिलते हैं और उसके मुकदमे दर्ज किए जाते हैं। लेकिन, पुलिस जांच में यह पता नहीं चल पाता कि नकली नोट कहां से आए। ऐसे मुकदमों में अदम पता (जिसमें दोषी का पता न लगे) एफआर लगा दी जाती है।
बीकानेर में एसीबीआई की पीपी ब्रांच से भेजी गई रकम में 21 नोट नकली पाए जाने और जयपुर के गांधी नगर में पुलिस थाने में दर्ज जीरो नंबर एफआईआर कोटगेट पुलिस थाने में भेजने पर ने ऐसे मामलों की पड़ताल की। सामने आया कि वर्ष, 20 से अब तक बीकानेर से जयपुर आरबीआई को भेजी गई रकम में नकली नोट पाए जाने के सात मुकदमे कोटगेट पुलिस थाने में दर्ज कराए गए। पुलिस ने इन मामलों में जांच-पड़ताल की, लेकिन किसी में भी नकली नोट बैंक को देने और आरबीआई तक पहुंचने में दोषी शख्स का पता नहीं लगा सकी। इन सभी मुकदमों में अदम पता मुल्जिम एफआर लगाकर कोर्ट में पेश कर दी गई।

