बीकानेर: इतनी फैक्ट्रियां रेड कैटेगरी में, पर्यावरण क्लीयरेंस तक नहीं, पढ़ें पूरी खबर

बीकानेर: इतनी फैक्ट्रियां रेड कैटेगरी में, पर्यावरण क्लीयरेंस तक नहीं, पढ़ें पूरी खबर

बीकानेर: इतनी फैक्ट्रियां रेड कैटेगरी में, पर्यावरण क्लीयरेंस तक नहीं, पढ़ें पूरी खबर

बीकानेर। खारा औद्योगिक क्षेत्र में पीओपी की करीब 150 फैक्ट्रियां रेड कैटेगरी में हैं। रीको ने पर्यावरण क्लीयरेंस लिए बिना ही गांव के पास मिनरल जोन काट दिया। जांच के बाद प्रदूषण बोर्ड ने माना कि खारा में एयर क्वालिटी खराब है। खारा गांव की करीब 12 हजार की आबादी को जहरीली हवा में सांस लेना पड़ रहा है। वहां का पर्टिकुलेट मैटर पीएम 10 से भी ज्यादा है। हाल ही में प्रदूषण बोर्ड के चीफ इंजीनियर के दल ने दो दिन यहां रहकर जांच की। जांच रिपोर्ट सोमवार तक बोर्ड को सौंपी जाएगी, लेकिन विभाग ने यह मान लिया है कि वहां की एयर क्वालिटी बहुत ज्यादा खराब है। राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल की चेयरमैन एवं सचिव अपर्णा अरोड़ा का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद उद्योगों को वहां से शिफ्ट करने या सुधार करने की दिशा में कड़े कदम उठाए जाएंगे।

खारा औद्योगिक क्षेत्र के हालात को देखते हुए भास्कर ने रीको एरिया की पड़ताल तो पता चला कि केवल गजनेर और करणी विस्तार क्षेत्र की ही पर्यावरण क्लीयरेंस(ईसी) रीको ने ले रखी है, जबकि रीको के जिले में करीब 16 औद्योगिक क्षेत्र हैं। पीओपी, वूलन और रिफाइनरी इंडस्ट्रीज रेड कैटेगरी में आती है। इनके लिए भी ईसी और कंसेंट टू एस्टेब्लिशमेंट और कंसेंट टू ऑपरेट नहीं ली गई। मामला एनजीटी में पहुंचने के बाद रीको ने इसके लिए आवेदन किए हैं। पर्यावरण मंत्रालय ने सीमेंट फैक्ट्रियों के लिए नियम लागू कर रखा है, जिसके तहत उन्हें आबादी एरिया से दस किमी दूर रखना होगा।

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