
उपचुनाव से पहले कांग्रेस में गुटबाजी आई सामने, अशोक गहलोत के सामने भिड़े नेताओं के समर्थक, नारेबाजी और धक्का-मुक्की





उपचुनाव से पहले कांग्रेस में गुटबाजी आई सामने, अशोक गहलोत के सामने भिड़े नेताओं के समर्थक, नारेबाजी और धक्का-मुक्की
कोटा। अंता (बारां) उपचुनाव में रविवार (9 नवंबर) को चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। राजस्थान कांग्रेस और भाजपा के सीनियर लीडर्स चुनावी मैदान में प्रचार में जुटे हैं। इस बीच कांग्रेस की गुटबाजी भी खुलकर सामने आई है।
दरअसल, शनिवार (8 नवंबर) रात को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चुनावी प्रचार के लिए पहुंचे थे। कोटा रेलवे स्टेशन पर उनके स्वागत के लिए शांति धारीवाल और प्रहलाद गुंजल के समर्थक आपस में ही भिड़ गए।
इस दौरान कुछ देर के लिए अफरा-तफरी भी देखने को मिली। पुलिस ने मुश्किल से अशोक गहलोत को भीड़ में से निकालकर कार तक पहुंचाया।
धक्का-मुक्की और एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी
कांग्रेस नेता शांति धारीवाल और प्रहलाद गुंजल में खींचतान पुरानी है। ऐसे में उनके कार्यकर्ताओं में भी एक-दूसरे को लेकर नाराजगी दिखती है। शनिवार को भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला।
गहलोत के स्वागत के लिए पहुंचे दोनों नेताओं के कार्यकर्ता एक-दूसरे के साथ ही धक्का-मुक्की करने लगे। नारेबाजी के साथ एक-दूसरे के खिलाफ जमकर बयानबाजी भी की। बीच-बचाव कर रही पुलिस को भी दोनों पक्षों ने घेर लिया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं के आपस में उलझने के कारण रेलवे स्टेशन पर कुछ देर अफरा-तफरी का माहौल हो गया। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री ने भी किसी से कोई बात नहीं की।
पुलिस ने उन्हें कार तक पहुंचाया और वे बारां के लिए रवाना हो गए। कोटा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के आपस में उलझने के बाद पार्टी में गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा इस बात की भी है कि धारीवाल-गुंजल के कार्यकर्ता तो स्टेशन पहुंचे थे, लेकिन दोनों नेता वहां क्यों नहीं थे?




