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प्रायोगिक ज्ञान की दैनिक जीवन में अहम भूमिका

खुलासा न्यूज,बीकानेर। बेसिक पी.जी. महाविद्यालय में विद्यार्थियों के दैनिक जीवन में प्रायोगिक ज्ञानवद्र्धन के उद्देश्य से सात दिवसीय प्रायोगिक वर्चुअल वेबिनार के द्वितीय चरण का शुभारम्भ आज किया गया। महाविद्यालय की उप-प्राचार्य एवं कार्यक्रम की संयोजक डॉ. सीमा चावला ने बताया कि महाविद्यालय द्वारा द्वितीय चरण में आयोजित इस कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रथम दिन रसायन विज्ञान,प्राणिशास्त्र,वनस्पति विज्ञान के विषय विशेषज्ञों ने विभिन्न प्रयोगों को बहुत ही रोचक और आसान रूप से बताया। इस वेबिनार के दौरान रसायन विज्ञान की सहायक आचार्य मीनाक्षी पुरोहित ने विभिन्न उदाहरणों एवं प्रयोगों के माध्यम से बताया कि रसायन विज्ञान मजेदार है। इसका उपयोग रंग बदलने,व्यंजनों को बदलने, रंग की लपटों को बदलने,चीजों को अंधेरे में चमकाने या सामान विस्फ ोट करने के लिए किया जा सकता है। इसी क्रम में प्राणिशास्त्र विभाग के सहायक आचार्य डॉ. रमेश पुरोहित ने एंटीजन-एंटीबॉडी के मध्य होने वाली विशिष्ट क्रियाविधि के आधार पर दिए गए अज्ञात रूधिर समूह की पहचान करना सिखाया। वनस्पतिविज्ञान विभाग की सहायक आचार्या सुश्री श्वेता पुरोहित ने पोटेटो ऑसमोस्कोप द्वारा प्रवाह परासरण (ऑसमोसिस) के प्रक्रम को दर्शाते हुए प्रायोगिक कार्य बताये। इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने बताया कि प्रायोगिक ज्ञान हमारे दैनिक जीवन के साथ-साथ इंजीनियरिंग, कृषि, चिकित्सा और स्वास्थ्य, जैविक विज्ञान आदि विभिन्न क्षेत्रों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसलिए प्रायोगिक वर्चुअल वेबिनार के माध्यम से आगामी एक सप्ताह तक विषय विशेषज्ञों द्वारा इसी प्रकार से विभिन्न जानकारियां श्रृंखलाबद्ध रूप से जारी रहेगी और प्रथम दिवस की ही तरह रोचक और ज्ञानवर्धक प्रयोग विद्यार्थियों को नियमित रूप से सीखने को मिलेंगे। इस वेबिनार के दौरान महाविद्यालय व्याख्याता वासुदेव पंवार,सौरभ महात्मा,मोहित गहलोत,नरेश व्यास आदि उपस्थित रहे।

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