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बीकानेर में आबकारी पॉलिसी फेल, आबकारी अधिकारी व निरीक्षक की फिर हुई किरकिरी!

– शराब दुकानों के बंदोबस्त में फेल
– संपादक कुशालसिंह मेड़तिया की विशेष रिपोर्ट
खुलासा न्यूज, बीकानेर। राजस्थान सरकार आबकारी पॉलिसी पर सवाल उठने लगे हैं। लाख कोशिशों के बावजूद भी शराब की दुकानें नहीं उठ रही है। बात की जाए बीकानेर की तो यहां ठेकेदार शराब की दुकानों में रूचि ही नहीं दिखा रहे हैं। आज यानि बुधवार को बीकानेर सहित प्रदेशभर की 886 पड़त दुकान ऑनलाइन नीलामी के प्लेटफॉर्म पर थी। इनमें से महज 121 दुकानें की नीलामी हो पाई। बीकानेर में 34 दुकान ऑनलाइन नीलाम के प्लेटफॉर्म पर लेकिन इनसमें मात्र कुछ एक दुकान यानी 3 दुकाने ही आज उठ पाई। ऐसे में अभी भी 31 दुकानें बच गई हैं।

बीकानेर में जिला आबकारी अधिकारी और यहां तैनात आबकारी निरीक्षकों की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे है। 11 प्रयासों के बावजूद भी बीकानेर में पूरा बंदोबस्त पूरा नहीं हो पाया। दुकानें पड़त रहने से विभाग को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है।

दरअसल नीति के गलत प्रावधानों से शराब कारोबारी इस कदर नाराज हैं कि उन्होंने इस कारोबार से ही तौबा कर ली है, लेकिन बंदोबस्त की विफलता के पीछे विभाग के नॉन परफॉर्मर अधिकारियों की जिम्मेदारी कम नहीं है। पुअर परफॉमेंस के चलते प्रदेशभर में अभी तक सात अधिकारियों को एपीओ किया जा चुका है लेकिन अभी भी विभाग परफॉरमेंस ऑडिट के आधार पर लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई करने जा रहा है। बंदोबस्त में परफॉमेंस की बात करें तो दुकानों की नवीनीकरण संख्या के अधार पर बीकानेर का परफॉमेंस बेहतर नहीं रहा।

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