कोरोना कहर के बीच परीक्षाएं,अभिभावकों-विद्यार्थियों में भय का माहौल - Khulasa Online कोरोना कहर के बीच परीक्षाएं,अभिभावकों-विद्यार्थियों में भय का माहौल - Khulasa Online

कोरोना कहर के बीच परीक्षाएं,अभिभावकों-विद्यार्थियों में भय का माहौल

बीकानेर। एक ओर सरकार कोरोना संक्रमण से बचने के लिये सुरक्षित रहने की बातें कर रही है। वहीं दूसरी ओर कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप वाले जिलों में ही परीक्षाओं का आयोजन करवा रही है। जिसके चलते अभिभावकों-विद्यार्थियों में भय का माहौल व्याप्त है। बोर्ड परीक्षाओं के बाद अब राजस्थान पैरा मेडिकल कौंसिल जयपुर की ओर से भी पैरा मेडिकल के डिप्लोमा पाठ्यक्रम द्वितीय वर्ष की मुख्य परीक्षा एवं पूरक परीक्षा की प्रायोगिक परीक्षाएं 17 से 24 जून के मध्य होने जा रही है। मजे की बात तो यह है कि प्रदेश की समस्त जिलों के मेडिकल कॉलेजों ने इस प्रकार की परीक्षाएं आयोजित करने के लिये मना कर दिया। लेकिन बीकानेर और उदयपुर के मेडिकल कॉलेज को यह जिम्मा दिया गया है। ऐसे में पूरे प्रदेश के पैरामेडिकल विद्यार्थियों को बीकानेर व उदयपुर के मेडिकल कॉलेजों के सान्ध्यि में ही इन परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा देने जाना होगा। जबकि इन दोनों ही जिलों में प्रतिदिन कोरोना पॉजिटिव के नये मामले सामने आ रहे है। ऐसे में परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के सामने अनेक समस्याएं आ रही है। एक विद्यार्थी ने अपना नाम न छापने की शर्तें पर बताया कि बीकानेर में जब पीबीएम अस्पताल के रेजिडेन्ट,नर्सिग इंजार्च व सुरक्षा गार्ड भी कोरोना स ंक्रमण की चपेट में आ चुके है। तो उनकी सुरक्षा की क्या गारंटी है। अगर पीबीएम में ही कोरोना बचाव के पुख्ता इंतजाम होते तो पीबीएम से कोरोना संक्रमण की कड़ी नहीं जुड़ती।
ये आ रही समस्याएं
पूरे प्रदेश के दो परीक्षा सेन्टरों पर होने वाली इन प्रायोगिक परीक्षाओं में प्रदेश के अलग अलग जिलों के विद्यार्थियों के सामने सबसे बड़ी समस्या परिवहन की रहेगी। अगर विद्यार्थी अपने साधन से परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचता है तो उनको इसके लिये आर्थिक भार वहन करना पड़ेगा। परीक्षा सेन्टरों पर पहुंचने के लिये भी कौंसिल की ओर जारी दिशा निर्देशों में रेल-रोडवेज की बस सेवा न होने की स्थिति में निजी वाहनों से परीक्षा केन्द्र पहुंचने के निर्देश दिए है। इतना ही नहीं इन विद्यार्थियों को रहने की व्यवस्था भी दिक्कतें आएगी। कुछ विद्यार्थियों को कोविड-19 के सैम्पिलिंग के कार्य में लगा रखा है। विद्यार्थी इस बात को लेकर भी आशंकित है कि बीकानेर व उदयपुर में कोरोना के रोज नये मामले आ रहे है। उनमें बाहरी लोगों से भी कोरोना संक्रमण के मामले भी कम नहीं है। ऐसे में इन विद्यार्थियों के अभिभावकों को संक्रमण के प्रभाव की चिंता सताना लाजमी है।
254 विद्यार्थियों की होगी परीक्षा
आपको बता दे कि एक सप्ताह तक होने वाली इस परीक्षा में बीकानेर संभाग के विद्यार्थियों के अलावा नागौर के विद्यार्थी परीक्षा देने आएंगे। यहां स्थिति करीब 16 कॉलेजों के अनेक जिलों के विद्यार्थी अध्ययनरत है। जो लॉकडाउन के चलते इन दिनों अपने अपने जिलों में है। अब जब प्रायोगिक परीक्षा की तिथि घोषित होने के बाद इन विद्यार्थियों को बीकानेर परीक्षा देने आना होगा।

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